भोपाल। अगले 48 घंटों में ओडिशा के तटवर्ती इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, इसके उपरांत मध्यप्रदेश में अच्छी बारिश के फिर शुरू होने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल के वरिष्ठ वैज्ञानिक एसके डे ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन गया है। इसके प्रभाव से अगले 48 घंटों में ओडिशा के तटीय एवं आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके उपरांत मध्यप्रदेश के पूर्वी भागों में बारिश के शुरू होने के आसार है तथा 23-24 जुलाई से राजधानी भोपाल में भी झमाझम बारिश का दौर होने का अनुमान है।
उन्होंने बताया कि अभी ट्रफ लाइन (द्रोणिका) राजस्थान, दक्षिणी उत्तरप्रदेश और हरियाणा होते-होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है लेकिन 4 दिन बाद द्रोणिका नीचे खिसककर मध्यप्रदेश से होकर गुजरने लगेगी। यह प्रदेश में बारिश के लिए अनुकूल स्थिति का निर्माण करेगी।
इसी दौरान प्रदेश में पर्याप्त नमी आने से अरब सागर से भी सिस्टम सक्रिय हो सकता है जिससे इंदौर एवं उज्जैन संभाग में भी अच्छी बारिश होने के संकेत है। इस बीच खजुराहो में 26 और नौगांव 6 मिमी तथा कई अन्य जगह बूंदाबांदी हुई।
पिछले 24 घंटों के दौरान भी जबलपुर, रीवा और चंबल संभाग में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हुई जिसमें अजयगढ़ में 40 मिमी, नागौद में 20 तथा भिंड में 10 मिमी वर्षा दर्ज हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। भोपाल का मौसम शुष्क रह सकता है। दूसरी ओर वर्षा के अभाव में प्रदेश में कई स्थानों पर तापमान में काफी बढ़ोतरी हो रही है। छिंदवाड़ा, दमोह और जबलपुर सहित कई स्थानों पर तापमान सामान्य से 4 से 7 डिग्री तक अधिक चल रहा है।
राजधानी भोपाल में बुधवार को आकाश साफ रहा और तेज धूप की वजह से तापमान में भी इजाफा हुआ। यहां अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ, जो सामान्य से 4.6 डिग्री ज्यादा है। रात्रि का भी सामान्य से 2 डिग्री अधिक 25.5 दर्ज हुआ है। (वार्ता)