नई दिल्ली। बिहार, पश्चिम बंगाल, असम समेत कई राज्यों में शनिवार को भी भारी बारिश का दौर जारी है। पिछले कई दिनों से जारी बारिश की वजह से यहां नदियां उफान पर है और बाढ़ सी स्थिति बनी हुई है। भारी बारिश की वजह से लोगों का हाल बेहाल नजर आ रहा है।
बिहार में कमला नदी उफान पर, तटबंध से पानी का रिसाव : बिहार के दरभंगा समेत आसपास के इलाकों में पिछले कुछ दिनों से लगातार जारी भारी बारिश के कारण कमला नदी में जलस्तर बढ़ने से तारडीह प्रखंड के कैथवार के पास तटबंध से हो रहे पानी के रिसाव को रोकने की कोशिश शुरू कर दी गई।
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि लगातार जारी बारिश के कारण कमला नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से तटबंध पर दबाव बना हुआ था। अत्यधिक दबाव से शनिवार को शाम कैथवार के समीप 57 किलोमीटर पर बने नवनिर्मित स्लूईसगेट के बगल से पानी का रिसाव शुरू हो गया है। बाढ़ की आशंका को देखते हुए स्थानीय लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि नवनिर्मित स्लूईस गेट के बगल से पानी का रिसाव हो रहा है जिसे बोरियों की पैकिंग से नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है। इस बीच रिसाव की सूचना मिलते ही बचाव दल तटबंध की ओर रवाना हो गया है। तटबंध से रिसाव से सैकड़ों गांव में बाढ़ का पानी फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है।
वहीं दूसरी ओर बागमती नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण दरभंगा शहरी सुरक्षा बांध भी करीब 200 फुट तक क्षतिग्रस्त हो गया है। बांध के क्षतिग्रस्त होने की सूचना पर वरीय प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। क्षतिग्रस्त बांध की मरम्मति के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है।
बाढ़ से असम का हाल बेहाल : असम में शनिवार को भारी बारिश होने से बाढ़ की स्थिति बिगड़ गई और मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बाढ़ की रोजाना स्थिति के अनुसार धेमाजी जिले के सिस्सबोरगांव में एक व्यक्ति की जान चली गई। धेमाजी, लखीमपुर, बारपेटा, मोरीगांव, विश्वनाथ, सोनितपुर, दर्रांग, ग्वालपारा, नौगांव, गोलाघाट, जोरहट, शिवसागर, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया समेत 25 जिलों में 14 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ की सबसे अधिक मार बारपेटा पर पड़ी है जहां 5.22 लाख प्रभावित हुए हैं।
गुवाहाटी, जोरहाट के निमाटीघाट, सोनितपुर के तेजपुर, ग्वालपरा और धुबरी में ब्रह्मपुत्र तथा कच्छार के एपी घाट और करीमगंज के बदरपुरघाट में बराक खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
कुशीनगर में बाढ़ का खतरा : नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में लगातार हुई भारी बारिश से बड़ी गंडक नदी का जल स्तर बढ़ने से कुशीनगर में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। वाल्मीकिनगर बैराज पर नदी का डिस्चार्ज बढ़ने से लोगों का नींद हराम हो गई है वहीं खड्डा के भैंसहा गेज पर खतरे के निशान 96 मीटर के सापेक्ष नदी 95.60 मीटर पर बह रही है।
शनिवार की सुबह दस बजे वाल्मीकिनगर बैराज पर नदी का जलस्तर दो लाख दो हजार, दोपहर 12 बजे 2 लाख 42 हजार, दोपहर बाद एक बजे 2 लाख 78 हजार क्यूसेक पानी बढ़ गया है। नदी का डिस्चार्ज बढ़ने से रेता क्षेत्र में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। लोगों का कहना है कि अगर इसी तरह जल स्तर बढ़ता रहा तो देर शाम तक रेता क्षेत्र के निचले इलाके के आधा दर्जन गांवों पानी घुस जाएगा।
उत्तर बंगाल में जीवन अस्त व्यस्त : उत्तर बंगाल में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश ने निचले इलाकों में बाढ़ और पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन की स्थितियां उत्पन्न कर सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।
यहां भारी बारिश की चेतावनी : बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, कोंकण और कर्नाटक में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना है।