भोपाल। लोकसभा चुनाव में हार के बाद अब मध्यप्रदेश कांग्रेस में अंदरखाने की सियासत तेज हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष और सूबे के मुख्यमंत्री पद की दोहरी जिम्मेदारी निभा रहे सीएम कमलनाथ ने हार के बाद अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की है।
कांग्रेस महासचिव और मध्यप्रदेश के प्रभारी दीपक बावरिया के मुताबिक मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के पेशकश की है। हालांकि इस पर क्या निर्णय हुआ है, ये साफ नहीं हो पाया है। इस बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ, जो 1 साल से अधिक समय से प्रदेश कांग्रेस की कमान संभाले हुए हैं, ने पार्टी की हार के बाद रविवार को विधायक दल की बैठक और सोमवार को कैबिनेट की मीटिंग बुलाई है जिसमें वे कुछ बड़े निर्णय ले सकते हैं।
इससे पहले शनिवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री और भोपाल से चुनाव हारने वाले दिग्विजय सिंह के भाई और विधायक लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट कर प्रदेश नेतृत्व पर सवाल उठाए थे।
'महाराज' को अध्यक्ष बनाने की मांग : मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने जहां रविवार को विधायक दल की बैठक बुलाई है, तो वहीं सरकार में कैबिनेट मंत्री इमरती देवी ने अब ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया की खास समर्थक मंत्री इमरती देवी का कहना है कि गुना-शिवपुरी से 'महाराज' की हार के पीछे ईवीएम जिम्मेदार है। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से 'महाराज' को मध्यप्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की है। लोकसभा चुनाव में गुना-शिवपुरी से ज्योतिरादित्य सिंधिया की हार के बाद उनके समर्थकों में निराशा है और अब तक सिंधिया भी अपनी हार पर खुलकर कुछ नहीं बोले हैं।