गीता का 'स्वयंवर' : 2 दिन में 6 लोगों से मुलाकात, नहीं बनी शादी की बात

Webdunia
शुक्रवार, 8 जून 2018 (23:33 IST)
इंदौर। बहुचर्चित घटनाक्रम के दौरान पाकिस्तान से वर्ष 2015 में भारत लौटने वाली मूक-बधिर युवती गीता ने अपना वर चुनने के बारे में अंतिम फैसला जाहिर नहीं किया है, जबकि पिछले 2 दिनों में देश के अलग-अलग हिस्सों के 6 लोगों के साथ उसकी मुलाकात कराई गई है। ये लोग उनमें शामिल हैं जिन्होंने फेसबुक पर वैवाहिक विज्ञापन देखने के बाद इस युवती के साथ 7 फेरे लेने की इच्छा जताई।
 
 
मध्यप्रदेश सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक बीसी जैन ने बताया कि गीता के लिए योग्य वर खोजने का अभियान विदेश मंत्रालय के मार्गदर्शन में चल रहा है। इस सिलसिले में उससे मुलाकात के लिए 8 लोगों को शुक्रवार को इंदौर बुलाया गया था। इनमें से 2 लोग उससे मिलने पहुंचे।
 
उन्होंने बताया कि उत्तरप्रदेश के मथुरा निवासी फैशन डिजाइनर रजनीकांत चतुर्वेदी (47) और राजस्थान के जयपुर के कारोबारी परिवार से ताल्लुक रखने वाले गौरव अजमेरा (30) की गीता से अलग-अलग मुलाकात कराई गई। दोनों व्यक्ति इस युवती की तरह मूक-बधिर हैं।
 
जैन ने बताया कि गीता पिछले 2 दिनों में 6 लोगों से मिल चुकी है लेकिन उसने अब तक हमें नहीं बताया है कि उसे इनमें से कोई व्यक्ति अपने वर के रूप में पसंद आया है या नहीं? उन्होंने कहा कि हम भी चाहते हैं कि गीता अच्छी तरह सोच-विचारकर ही अपनी शादी के बारे में फैसला करे। इंदौर के एक गैरसरकारी संगठन ने गीता के लिए योग्य वर की तलाश के मकसद से फेसबुक​ पर 10 अप्रैल को वैवाहिक विज्ञापन पोस्ट किया था। इसके बाद देशभर के लगभग 50 लोगों ने गीता के साथ 7 फेरे लेने की इच्छा जताई थी।
 
गीता की सहमति के आधार पर इनमें से 14 लोगों से उसकी मुलाकात कराया जाना तय किया गया था लेकिन अब तक केवल 6 लोग ही उससे मिलने पहुंचे। गीता, मध्यप्रदेश सरकार के सामाजिक न्याय और नि:शक्त कल्याण विभाग की देखरेख में इंदौर की गैरसरकारी संस्था मूक-बधिर संगठन के गुमाश्ता नगर स्थित आवासीय परिसर में रह रही है। सरकार उसके माता-पिता की खोज में जुटी है।
 
पिछले ढाई साल के दौरान देश के अलग-अलग इलाकों के 10 से ज्यादा परिवार गीता को अपनी लापता बेटी बता चुके हैं लेकिन सरकार की जांच में इनमें से किसी भी परिवार का इस मूक-बधिर युवती पर वल्दियत का दावा फिलहाल साबित नहीं हो सका है। गीता 7-8 साल की उम्र में पाकिस्तानी रेंजर्स को समझौता एक्सप्रेस में लाहौर रेलवे स्टेशन पर मिली थी। गलती से सरहद पार पहुंचने वाली यह मूक-बधिर लड़की भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के विशेष प्रयासों के कारण 26 अक्टूबर 2015 को स्वदेश लौटी थी। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

कब-कब हुई भगदड़ की बड़ी घटनाएं, डराने वाले इन आंकड़ों को देखिए

बंगाल की धरती से मोहन भागवत ने बताया RSS का अगला प्लान, हिन्दुओं को लेकर कही बड़ी बात

दिल्ली के CM पर कल खत्म हो सकता है सस्पेंस, शपथ ग्रहण समारोह को लेकर बड़ा अपडेट

अघाड़ी में पड़ी दरार, फडणवीस से मिले उद्धव, शिंदे की शरद पवार ने की तारीफ, महाराष्ट्र में नए सियासी समीकरण

फालतू है कुंभ, लालू यादव ने बताया किसकी गलती से मची नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़

सभी देखें

नवीनतम

Apple का सस्ता मोबाइल, iphone 15 से कम कीमत, मचा देगा तूफान, जानिए क्या होंगे फीचर्स

दिल्ली में आज क्‍यों आया भूकंप, वरिष्‍ठ वैज्ञानिक ने दिया यह जवाब

Vivo V50 price : दमदार AI फीचर्स, 50 MP कैमरा, वीवो का सस्ता स्मार्टफोन मचाने आया धमाल, जानिए फीचर्स

हादसे के बाद जागा दिल्ली रेल प्रशासन, सुरक्षा बढ़ाई, फुटओवर ब्रिज पर बेवजह खड़े होने पर रोक

डोनेशन में भी BJP टॉप पर, ADR की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, जानिए 2023-24 में किस पार्टी को मिला कितना चंदा

अगला लेख
More