मुरैना में एक्शन में आती पुलिस तो बच जाती 6 लोगों की जान
मुरैना में सामूहिक नरसंहार में पुलिस की बड़ी चूक, गांव जाने से पहले थाने पहुंच मांगी थी सुरक्षा
Morena Firing Update:मुरैना में शुक्रवार को जमीनी विवाद में लोपा गांव में सामूहिक नरसंहार में पुलिस की लापरवाही का बड़ा खुलासा हुआ है। अगर पुलिस पीड़ित परिवार को सुरक्षा उपलब्ध कराती है तो एक ही परिवार के 6 लोगों की सरेआम गोली मारकर हत्या नहीं होती।
घटना में मारे गए मृतक गजेंद्र तोमर के नजदीकी और घटना के प्रत्यक्षदर्शी राजेंद्र सिंह ने बताया कि अहमदाबाद से गांव पहुंचने से पहले गजेंद्र तोमर सिहोनियां थाने गए थे और परिवार के लिए सुरक्षा मांगी थी। थाना प्रभारी रूबी तोमर ने गांव में सुरक्षा के लिए फोर्स भेजने का आश्वासन दिया लेकिन पुलिसकर्मी गांव नहीं पहुंचे और बड़ी वारदात हो गई। वहीं मुरैना के लोपा गांव में हुए हत्याकांड की सूचना पुलिस को भोपाल के डॉयल 100 के केंद्र से मिली।
हत्याकांड के लिए रची साजिश-मुरैना पुलिस के मुताबिक घटना के आरोपियों ने सुलह का झांसा देकर गजेंद्र तोमर के परिवार को गांव बुलाया और 6 लोगों की हत्या कर दी। मृतक गजेंद्र सिंह के बेटे नरेंद्र के मुताबिक आरोपियों ने हत्याकांड को अंजाम देने के लिए बकायदा साजिश रची और नरेंद्र की दोनों बेटियों की शादी गांव से करने का झांसा देकर गांव बुलाया। शुक्रवार को गजेंद्र अपने परिवार के साथ जैसे ही पैतृक गांव पहुंचे एक बार फिर आरोपियों ने विवाद शुरु कर दिया और आरोपी अजीत सिंह तोमर और भूपेंद्र सिंह ने पहले लाठियां बरसाई फिर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी जिसमें परिवार के 6 लोगों की मौके पर मौत हो गई वहीं 2 लोग गंभीर रूप से घायल है।
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। वही हत्याकांड में पुलिस ने 9 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं पीड़ित परिवार ने आरोपियों के घर बुलडोजर चलाने की मांग की है। वहीं घटना के बाद इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
हत्याकांड का वीडियो वायरल:लोपा गांव में हुए खूनी हत्याकांड की पूरी वारदात कैमरे में भी कैद हो गई। पीड़ित परिवार क बेटी ने पूरा घटनाक्रम अपने मोबाइल में कैद करने के साथ घटना की सूचना पुलिस को भी दी। हत्याकांड के वीडियो में हमलावर पीड़ित परिवार के लोगों को लाठियों से पीट रह है कुछ लोग बंदूक और लाठी लेकर सड़क पर खड़े हैं और इन सबके बीच ताबड़तोड़ गोलियां चल रही है और यह गोलियां लोगों को मौत के घाट उतार दी हुई नजर आ रही है। घटना में लेस कुमारी पत्नी वीरेंद्र सिंह, बबली पत्नी नरेंद्र सिंह तोमर, मधु कुमारी पत्नी सुनील तोमर, गजेंद्र सिंह पुत्र बदलू सिंह, सत्य प्रकाश पुत्र गजेंद्र सिंह, संजू पुत्र गजेंद्र सिंह की मौत हो गई हैं। घायलों में विनोद सिंह पुत्र सुरेश सिंह तोमर और वीरेंद्र पुत्र गजेंद्र सिंह शामिल है।
गौतलब है कि लेपा गांव के पास ही भिडोसा गांव है जो चंबल के दहलाने वाले डाकू पान सिंह तोमर का पैतृक गांव है। जिसके ऊपर फिल्म भी बन चुकी है और पान सिंह तोमर का विवाद भी जमीनी था और इसी विवाद को लेकर बीहड में कूदे थे।