भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता यूनिवर्सिटी में एडजंक्ट प्रोफेसर दिलीप मंडल और मुकेश कुमार को हटाने को लेकर छात्रों का आंदोलन अब जोर पकड़ता जा रहा है। एडजंक्ट प्रोफेसर दिलीप मंडल की सोशल मीडिया पर जातिवादी टिप्पणी को लेकर मोर्चा खोलने वाले छात्रों का विरोध प्रदर्शन लगातार यूनिवर्सिटी कैंपस में जारी है। दोनों प्रोफेसरों को हटाने की मांग को लेकर छात्रों के एक धड़े ने यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इससे पहले शुक्रवार को यूनिवर्सिटी कैंपस में उस समय अफरातफरी मच गई जब कुलपति कार्यालय के बाहर धरना दे रहे छात्रों को पुलिस ने बलपूर्वक बाहर निकाला।
छात्रों का आरोप हैं कि वह जब कुलपति कार्यालय के बाहर शांति पूर्वक धरना दे रहे थे तब यूनिवर्सिटी प्रशासन के इशारे पर पुलिस ने उन्हें उठाकर छठवीं मंजिल की सीढ़ियों से घसीटते हुए नीचे ले आई। इस दौरान एक छात्र के नाक से खून निकल आया वहीं एक छात्र के बेहोश होने पर उसे जेपी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। इस दौरान आंदोलन कर रहे छात्र और पुलिसकर्मियों के बीच झूमझटकी भी हुई। इसके बाद भी जब दे रात तक हंगामा शांत नहीं तो पुलिस ने कुछ छात्रों को हिरासत में ले लिया।
एडजंक्ट प्रोफेसर दिलीप मंडल और मुकेश कुमार की बर्खास्तगी की मांग को लेकर बुधवार से यूनिवर्सिटी के छात्र आंदोलनरत रहे। बुधवार को दोनों प्रोफेसरों के खिलाफ ज्ञापन सौंपने के बाद गुरुवार को छात्रों के एक गुट ने कुलपति कार्यालय में लगे कांच के दरवाजे को तोड़ दिया था और धरना दिया था।
इसके बाद शुक्रवार को आंदोलन कर रहे छात्रों की यूनिवर्सिटी प्रशासन से इस पूरे मुद्दें पर चर्चा हुई। छात्रों से चर्चा के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पूरे मामले की जांच के लिए सभी विभागाध्यक्षों को मिलाकर एक 10 सदस्यीय कमेटी का गठन किया जो 15 दिन के अंदर पूरी जांच रिपोर्ट देगी। इस जांच कमेटी के गठन के बाद ही यूनिवर्सिटी में आंदोलन कर रहे छात्र फिर भड़क गए जिसके बाद उन्होंने एक बार फिर नाजेबाजी शुरु कर दी। छात्रों का आरोप है कि उनको जानबूझकर कमेटी में नहीं शामिल किया गया है। इसके छात्र फिर धरने पर बैठ गए और देर रात तक हंगामा करते रहे।