Madhya Pradesh Assembly Election 2008: वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार बनाने में तो सफल रही, लेकिन उसे 30 सीटों को नुकसान हुआ। 2003 की 173 के मुकाबले उसे 143 सीटें हासिल हुईं।
नए परिसीमन के तहत 230 सीटों पर संपन्न हुए इस चुनाव में प्रदेश के 3 करोड़ 62 लाख 66 हजार 970 मतदाताओं में से 69.28 प्रतिशत मतदाताओं ने वोटिंग में हिस्सा लिया।
भाजपा 143, कांग्रेस 71, बसपा 7, समाजवादी पार्टी 1, भारतीय जनशक्ति पार्टी 5 एवं अन्य 3 उम्मीदवार विजयी हुए। इस चुनाव में भाजपा को उमा भारती की बगावत के कारण नुकसान उठाना पड़ा था। उमा ने इस चुनाव भारतीय जनशक्ति पार्टी के बैनर तले अपने उम्मीदवार उतारे थे। हालांकि उमा की पार्टी 5 सीटें जीतने में ही सफल हो पाई थी।
चूंकि उमा का प्रयोग सफल नहीं रहा, इसलिए उन्हें फिर भाजपा में लौटना पड़ा। वे फिर केन्द्र की राजनीति में चली गईं और मोदी सरकार में मंत्री भी बनी थीं। 12 दिसंबर 2008 शिवराज सिंह चौहान ने दूसरी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।