पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह सवाल भी किया कि क्या प्रधानमंत्री और भाजपा ने कभी हरियाणा के युवाओं के लिए बेहतर अवसर पैदा करने की कोई योजना बनाई है?
रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, 'बेरोजगारी के मामले में हरियाणा नंबर 1 क्यों है? भाजपा ने हरियाणा में निजी निवेश धीमा क्यों कर दिया है? भिवानी के लोग स्वच्छ पेयजल और उचित सीवरेज के लिए क्यों आंदोलन करने को मजबूर हो रहे हैं?'
उन्होंने कहा कि सेंटर फॉर मॉनिटरिंग द इंडियन इकोनॉमी (CMII) के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, भारत में सबसे अधिक बेरोजगारी दर हरियाणा में 37.4 प्रतिशत है।
रमेश ने दावा किया कि यह राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक है। बार-बार वादों और घोषणाओं के बावजूद भाजपा सरकार रोज़गार के स्थाई अवसर उपलब्ध कराने में विफल रही है। पक्की नौकरी के बजाय, वे कौशल रोजगार निगम के माध्यम से अस्थायी संविदा नौकरियों को बढ़ावा दे रहे हैं। लगभग 2 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं। हाल ही में हिसार दूरदर्शन को बंद करने के फैसले ने बेरोजगारी संकट को और बढ़ा दिया है।
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उन्होंने आरोप लगाया कि खोखले आश्वासन देकर और ठोस कदम न उठाकर भाजपा ने युवाओं को लगातार निराश किया है। हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीट के लिए 25 मई को मतदान होना है।
Edited by : Nrapendra Gupta