उन्होंने कहा कि देश में हर जगह चुनाव हो रहे हैं... लेकिन देश में एक ऐसा क्षेत्र है जहां लोग अपने सांसद को सांसद जी, मंत्री जी या उनके नाम से नहीं बुलाते बल्कि क्षेत्र के लोग उन्हें माता जी कहकर बुलाते हैं। सुलतानपुर से लगातार दूसरी बार सांसद बनने के लिए कोशिश कर रहीं मेनका ने एक साक्षात्कार में कहा कि वरुण गांधी यहां हैं और वह 15-20 बैठक करेंगे। उनके प्रचार से हमें निश्चित रूप से फायदा होगा।
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क्या कहा मेनका गांधी ने : मेनका ने मतदाताओं से अपने व्यक्तिगत हित को ध्यान में रखते हुए मतदान करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि वोट डालने से पहले जनता को सोचना चाहिए कि कौन सा सांसद उनका काम कर सकता है। उसके बाद ही वे वोट करें।
यह पहली बार है जब वरुण गांधी इस लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए उतरे हैं। वह साल 2019 में पीलीभीत से सांसद चुने गए थे, लेकिन इस बार भाजपा ने उनका टिकट काट दिया। उसके बाद से वरुण सार्वजनिक मंच से दूर थे। पार्टी ने इस बार जितिन प्रसाद को पीलीभीत से अपना उम्मीदवार बनाया। पीलीभीत में पहले चरण में मतदान हुआ था।
सुलतानपुर में 25 मई को होगी वोटिंग : वरुण वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में सुलतानपुर से सांसद चुने गए थे। मगर 2019 में उन्हें उनकी मां मेनका गांधी की जगह पीलीभीत से टिकट दिया गया था, जबकि मेनका को सुलतानपुर से मैदान में उतारा गया था। इन दोनों ने ही अपनी—अपनी सीटों पर जीत दर्ज की थी। सुलतानपुर में लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 25 मई को मतदान होना है। इस चरण का चुनाव प्रचार आज शाम छह बजे खत्म हो जाएगा। सुलतानपुर में मेनका गांधी का मुकाबला समाजवादी पार्टी के राम बहादुर निषाद और बहुजन समाज पार्टी के उदय राज वर्मा से है। (भाषा)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala