कोलकाता। लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के चुनाव के पहले पश्चिम बंगाल में राजनीतिक बवाल मचा हुआ है। कोलकाता में अमित शाह के रोड शो में हिंसा के बाद ईश्वरचन्द्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ दी गई। इसके बाद दोनों पार्टियों में एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चल रहा है।
इसी बीच बंगाल पुनर्जागरण काल की प्रमुख हस्ती और जाने-माने सुधारवादी ईश्वरचंद्र विद्यासागर की आवक्ष प्रतिमा कथित तौर पर तोड़े जाने के विरोध में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के कई शीर्ष नेताओं ने बुधवार को अपने-अपने फेसबुक और ट्विटर अकाउंट पर उनकी ‘प्रदर्शित तस्वीर’ (डिस्पले पिक्चर या डीपी) लगाई है।
सोशल नेटवर्किंग मंचों ट्विटर और फेसबुक पर तृणमूल कांग्रेस के अधिकारिक प्रोफाइल की डीपी को बदलकर उनकी जगह ईश्वरचंद्र विद्यासागर की तस्वीर लगाई गई है।
14 मई की शाम कोलकाता की सड़कों पर मचे इस बवाल के बाद दिल्ली में अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरा घटनाक्रम बताया था। अमित शाह ने कहा कि अब तक चुनाव के 6 चरण समाप्त हो चुके हैं लेकिन बंगाल के सिवाय देशभर में कहीं कोई हिंसा नहीं हुई है।
तृणमूल पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए अमित शाह ने ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ने के लिए भी टीएमसी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार बताया था। उधर ममता बनर्जी ने हिंसा फैलाने का आरोप बीजेपी पर लगाया था। ममता बनर्जी का आरोप था कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने बंगाल में बवाल मचाया था।