भोपाल। हिन्दुत्व को लेकर एक बार फिर कांग्रेस और भाजपा आमने सामने आ गए हैं। भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह का कहना है कि 'हिन्दुत्व' शब्द मेरी डिक्शनरी में नहीं है।
दरअसल, नामांकन भरने के बाद शनिवार को जब दिग्विजय सिंह मीडिया से बात कर रहे थे तो उनसे हिन्दू आतंकवाद और भाजपा के हिन्दुत्व के एजेंडे को लेकर प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 'हिन्दुत्व' शब्द मेरी डिक्शनरी में नहीं है।
इस पूरे मुद्दे पर भाजपा को निशाने पर लेते हुए दिग्विजय ने कहा कि हिन्दू आतंकवाद की पहली बार बात तत्कालीन गृह सचिव आरके सिंह ने की थी। बाद में उन्हें भाजपा में शामिल करके मंत्री बनाया गया। क्या भाजपा अध्यक्ष अमित शाह इस पर बोलेंगे?
प्रभात झा का पलटवार : दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद भाजपा ने उन पर बड़ा पलटवार किया है। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा कि अगर दिग्विजय सिंह की डिक्शनरी में 'हिन्दुत्व' शब्द नहीं है तो जनता की डिक्शनरी में दिग्विजय नहीं हैं। इसके साथ ही प्रभात झा ने दिग्गी को निशाने पर लेते हुए सवाल किया कि अगर दिग्विजय की डिक्शनरी में 'हिन्दुत्व' शब्द नहीं है तो क्या उनकी डिक्शनरी में ओसामाजी, हाफिजजी और लादेनजी जैसे शब्द हैं?
फिर उठा फर्जी वोटरों का मुद्दा : भोपाल लोकसभा सीट से अपना नामांकन भरने के बाद दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर फर्जी वोटरों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कांग्रेस की शिकायत पर ही चुनाव आयोग ने 36 लाख फर्जी वोटर हटाए थे और हमने भोपाल संसदीय क्षेत्र में भी फर्जी वोटों के आंकड़े जुटाए हैं।
उन्होंने कहा कि नियमानुसार एक पते पर केवल 10 लोगों के नाम रजिस्टर हो सकते हैं, पर अभी इनकी संख्या 10 से अधिक है जिस पर विचार होना चाहिए। वहीं दिग्विजय ने बीएलओ की भूमिका को लेकर भी सवाल उठाए।