नई दिल्ली। भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए अपने संकल्प-पत्र के साथ ही 2014 के संकल्प-पत्र में किए गए वादों के क्रियान्वयन के संबंध में कार्रवाई रिपोर्ट भी तैयार की है।
पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने यहां बताया कि भाजपा का संकल्प-पत्र कांग्रेस के घोषणा-पत्र की तुलना में अधिक प्रभावी और आकर्षक होगा। इस संकल्प-पत्र के साथ ही वर्ष 2014 के चुनाव के संकल्प-पत्र में किए लगभग 500 वादों के क्रियान्वयन की मंत्रालयवार रिपोर्ट तैयार की गई है।
सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का निर्देश था कि सरकार ने अपने संकल्पों को पूरा करने में वास्तव में कितना काम किया है, इसकी रिपोर्ट तैयार की जानी चाहिए। सूत्रों ने कहा कि कुल मिलाकर 95 प्रतिशत से अधिक वादों को सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। यह एक्शन टेकन रिपोर्ट के आधार पर ही 2019 का संकल्प पत्र तैयार हो रहा है।
सूत्रों ने कहा कि संकल्प पत्र तैयार करना अत्यंत दुरूह कार्य हो गया है। बाहरी लोगों की बजाय पार्टी के नेताओं को राज़ी करना सबसे कठिन काम हो गया है। एक एक व्यक्ति एक एक शब्द को लेकर इतनी मीनमेख निकाल रहा है कि उतना आज़ादी मिलने के बाद संविधान लिखने में नहीं हुआ होगा।
संकल्प-पत्र को बनाने के लिए भाजपा ने कई उपसमितियां बनाई थीं। गृहमंत्री राजनाथ सिंह को इसका ज़िम्मा सौंपा गया था। कृषि विषय पर संकल्प पत्र की उपसमिति का दायित्व मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास है जबकि अर्थव्यवस्था का वित्त मंत्री अरुण जेटली, महिला विषयों की ज़िम्मेदारी स्मृति ईरानी, शिक्षा एवं कौशल का प्रकाश जावड़ेकर, राष्ट्रीय सुरक्षा उपसमिति मेजर जनरल बीसी खंडूरी के पास है। पार्टी ने संकल्प-पत्र बनाने के लिए कुल 12 उपसमितियां बनाई हैं।
भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा-पत्र बनाने का काम 3 फरवरी से शुरू किया था। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘भारत के मन की बात, मोदी के साथ' अभियान शुरू किया था।
करीब एक महीने तक चले इस अभियान में विभिन्न माध्यमों से देश के 10 करोड़ लोगों से सुझाव मांगने का लक्ष्य रखा गया था। सूत्रों का कहना है कि अगले पांच साल में राष्ट्र निर्माण का एजेंडा तय करने लिए यह सहकारी प्रयास होगा। यह प्रत्येक भारतीय को नये भारत के निर्माण के अभियान में शामिल करने का प्रयास है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार देशभर से उसे विभिन्न विषयों में असंख्य सुझाव मिले हैं जिन्हें 12 विषयों के हिसाब से छांटा गया और एक प्रकार के सुझावों एवं मांगों को एकरूप किया गया और उन्हें सूचीबद्ध किया गया है। पार्टी 6 अप्रैल को अपने 39वें स्थापना दिवस और हिन्दू नवसंवत्सर के अवसर पर इस संकल्प-पत्र को जारी कर सकती है। (वार्ता)