लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में बीजेपी टिकट को लेकर उलझती हुई दिखाई दे रही है। पार्टी में भोपाल और इंदौर से किसे उम्मीदवार बनाया जाए इसको लेकर पेंच फंस गया है। सोमवार देर रात तक चली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में राज्य की बाकी बची 14 सीटों पर टिकट को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका।
बैठक में भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजयसिंह के खिलाफ शिवराज को लड़ाया जाए या नहीं इसको लेकर एकराय नहीं बन सकी तो दूसरी ओर इंदौर में सुमित्रा महाजन के टिकट को लेकर भी कोई फैसला नहीं हो सका। पार्टी हाईकमान ने अब एक बार फिर प्रदेश के बड़े नेताओं को टिकट को लेकर नए सिरे से मंथन करने को कहा है।
भोपाल से शिवराज या आलोक संजर : बैठक में भोपाल से दिग्विजयसिंह के खिलाफ किसे चुनाव लड़ाया जाए इसको लेकर मंथन हुआ। पार्टी हाईकमान एक ओर दिग्विजय के खिलाफ शिवराज को चुनाव लड़ाने पर विचार कर रहा है तो दूसरी ओर वर्तमान सांसद आलोक संजर के नाम को लेकर भी चर्चा हुई। इसके साथ ही पैनल में शामिल आलोक शर्मा और वीडी शर्मा के नामों को लेकर भी चर्चा हुई।
इंदौर में सुमित्रा नहीं तो कौन : भाजपा में में इस वक्त इंदौर से वर्तमान सांसद सुमित्रा महाजन को लेकर बड़ा पेंच फंसा हुआ है। पार्टी अगर 75 पार का फार्मूला लागू करती है तो 76 साल की सुमित्रा महाजन का टिकट फंस सकता है। बैठक में इंदौर से सुमित्रा की जगह महापौर मालिनी गौड़ या कैलाश विजयवर्गीय को चुनाव लड़ाने को लेकर मंथन हुआ। इसके साथ ही पार्टी इंदौर सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार के घोषित होने का भी इंतजार कर रही है।
ग्वालियर से विवेक शेजवलकर का नाम आगे : मध्यप्रदेश के तीसरे बड़े जिले ग्वालियर में बीजेपी की टिकट की दौड़ में महापौर विवेक शेजवलकर का नाम सबसे आगे आया है। वर्तमान सांसद नरेंद्रसिंह तोमर के सीट बदलकर मुरैना जाने से पार्टी अब यहां से किसी नए चेहरे को उतारने की तैयारी में है। टिकट की दौड़ में पूर्व मंत्री मायासिंह का नाम भी शामिल है। अगर कांग्रेस ग्वालियर से किसी बड़े चेहरे को उतारती है तो बीजेपी मायासिंह पर दांव लगा सकती है।