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विराट कोहली ने स्पिनर विकल्प नहीं चुनने के फैसले का बचाव किया

हमें फॉलो करें विराट कोहली ने स्पिनर विकल्प नहीं चुनने के फैसले का बचाव किया
, मंगलवार, 18 दिसंबर 2018 (18:39 IST)
पर्थ। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया से दूसरा टेस्ट हारने पर निराशा जताई लेकिन पर्थ की तेज पिच पर स्पिनर विकल्प नहीं चुनने के अपने फैसले का बचाव किया।


भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों पर्थ टेस्ट में 146 रन से मंगलवार को हार झेलनी पड़ी जिससे चार टेस्टों की सीरीज में अब दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर आ गई हैं। भारतीय टीम को 287 रन का लक्ष्य मिला था जिसके जवाब में वह 140 रन पर ढेर हो गई तथा पांचवें और अंतिम दिन का खेल ऑस्ट्रेलिया ने 40 मिनट में समाप्त कर जीत अपने नाम कर ली।

पर्थ की पिच को सबसे तेज और उछाल वाला माना जा रहा था, तेज गेंदबाजों के लिए मददगार थी लेकिन इस पिच पर ऑस्ट्रेलिया के ऑफ स्पिनर नाथन लियोन सबसे सफल रहे और 8 विकेट निकाल 'मैन ऑफ द मैच' बने। वहीं भारतीय टीम के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन चोटिल होने के कारण मैच में नहीं खेले। लेकिन उनकी जगह लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा को भी विराट ने मौका नहीं दिया, जो फैसला टीम को भारी पड़ा।

हालांकि मैच हारने के बाद विराट ने स्पिन विकल्प नहीं रखने के अपने फैसले का बचाव किया। उन्होंने कहा, जब हमने पिच को देखा तो हमें नहीं लगा कि इस पिच पर जडेजा को खेलाना जाना चाहिए। हमने कभी भी स्पिन विकल्प रखने के बारे में नहीं सोचा था। हमें लगा कि इस पिच पर चार तेज गेंदबाजों को खेलाना काफी होगा। लेकिन नाथन लियोन ने अपनी टीम के लिए काफी अच्छी गेंदबाजी की।

भारतीय कप्तान ने टीम की हार को लेकर हालांकि किसी की आलोचना नहीं की लेकिन माना कि ऑस्ट्रेलिया ने हर विभाग में उन्हें पछाड़ा। विराट ने कहा, एक टीम की तरह हमने कुछ कुछ जगह अच्छा खेला। लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने हमसे बेहतर प्रदर्शन किया और इस पिच पर 330 रन का स्कोर काफी बड़ा स्कोर है। वह जीत की हकदार है।

उन्होंने कहा, हमें लगा था कि हम जीत जाएंगे लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने निरंतर दबाव बनाया। हमारे गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया और मैच में विपक्षी टीम पर दबाव बनाया, उन्हें विकेट नहीं मिल रहे थे तब भी वे लगातार दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे और हमें इस लय को बनाए रखना चाहिए था।

भारतीय बल्लेबाजों ने हालांकि मैच में निराश किया और लक्ष्य का पीछा करते हुए केवल अजिंक्य रहाणे और  रिषभ पंत ने 30-30 रन की पारियां खेलीं। दुनिया के नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज विराट ने भी बल्ले से दूसरी पारी में निराश किया। हालांकि पहली पारी में उन्होंने शतक बनाया था।

भारत ने इस तरह वर्ष 2018 में विदेशी जमीन पर सातवीं हार दर्ज कर ली। विराट ने कहा, जब आप मैच नहीं जीतते हैं तो आपका प्रदर्शन मायने नहीं रखता है। लेकिन अब मेरा ध्यान केवल अगले मैच पर लगा है। भारत और ऑस्ट्रेलिया 26 दिसंबर से तीसरा बॉक्सिंग-डे टेस्ट खेलने उतरेंगी।

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