टीम इंडिया को पर्थ में खेले गए दूसरे क्रिकेट टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 146 रनों से करारी हार मिली। पांचवें और अंतिम दिन टीम इंडिया 56 ओवर ही टिक सकी और 140 रनों पर ढेर हो गई। जानते हैं हार के तीन कारण-
1. टॉप बल्लेबाजों ने किया निराश : पर्थ टेस्ट में टीम इंडिया के शीर्ष बल्लेबाजी बुरी तरह से फेल रही। मुरली विजय और केएल राहुल जैसे ओपनर टेस्ट में एक-एक रन के लिए जूझते रहे। ये दोनों बल्लेबाज पारी की शुरुआत में ही पैवेलियन लौट गए। इससे भारतीय मध्यमक्रम के बल्लेबाजों पर काफी दबाव पड़ा और वे खास प्रदर्शन नहीं कर सके। टॉप ऑर्डर के पांच बल्लेबाज (लोकेश राहुल 0, चेतेश्वर पुजारा 4, विराट कोहली 17, मुरली विजय 20 अजिंक्य रहाणे 30 रन) बुरी तरह फ्लॉप रहे। भारतीय बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजी के आगे घुटने टेकते नजर आए।
2. विकेट की उछाल ने किया परेशान : पर्थ के जिस विकेट पर यह टेस्ट खेला जा रहा था, वह पल-पल अपना चरित्र बदल रहा था। इस विकेट पर पहली बार टेस्ट खेला जा रहा था। इससे पहले यहां प्रथम श्रेणी का क्रिकेट खेला गया था। इस विकेट का ऑस्ट्रेलिया गेंदबाजों को भरपूर फायदा उठाया और भारतीय बल्लेबाजों को खूब परेशान किया। नाथन लियोन ने इस विकेट का भरपूर फायदा उठाया। नाथन लियोन इस विकेट पर ऑस्ट्रेलिया के लिए तुरूप का इक्का साबित हुए। उन्होंने इस टेस्ट में आठ विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच बने।
3. कंगारुओं की बल्लेबाजी : पर्थ की पिच देखकर कहा जा रहा था कि इस पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा, लेकिन जिस तरह से पहली पारी में कंगारुओं ने बल्लेबाजी की, उससे मैच ऑस्ट्रेलिया की पकड़ में बना रहा। भारतीय गेंदबाजों ने पहली पारी की शुरुआत में अच्छी गेंदबाजी नहीं की और इसका फायदा यह हुआ कि फिंच और हैरिस ने पहले विकेट के लिए 112 रन जोड़ लिए।