हैमिल्टन। अक्सर क्रिकेट के मैदान में जब दोनों टीमों के कप्तान एक दूसरे को कट्टर दुश्मन समझते हैं लेकिन मैदान के बाद उनकी प्रतिद्वंदिता नजर नहीं आती। संभवत: भारत के लिए पाकिस्तान ही ऐसी टीम रही होगी, जिसके कप्तान से भारतीय कप्तान मैदान से बाहर भी दोस्ती कायम रखने से परहेज करते होंगे लेकिन कुछ कप्तान ऐसे भी देखें हैं, जिनकी दोस्ती की मिसालें दी जाती हों। ऐसी ही मिसाल विराट कोहली और केन विलियम्सन ने कायम की हैं।
माउंट मोनगानुई में जब भारतीय क्रिकेट टीम पांचवां और आखिरी टी20 मैच खेल रही थी, तब विराट कोहली आराम कर रहे थे और कप्तानी कर रहे थे रोहित शर्मा। न्यूजीलैंड टीम के नियमित कप्तान तीसरे टी20 मैच में कंधा तुड़वा बैठे थे और टिम साउदी को चौथे और पांचवें मैच के लिए कार्यवाहक कप्तान बनाया गया था।
जय और वीरू की तरह दोस्ती : चूंकि विराट और विलियम्सन मैच में नहीं थे, लिहाजा ये दोनों मैच का लुत्फ उठा रहे थे। दोनों को साथ देखना लोगों को इसलिए भी अच्छा लग रहा था कि यहां किसी तरह की का तनाव नहीं था लेकिन जो लोग इन दोनों को करीब से जानते हैं, उनकी नजर में यह फिल्म 'शोले' के किरदार जय और वीरू की तरह दोस्ती थी।
चेहरे पर हार की शिकन नहीं : न्यूजीलैंड टीम टी20 मैचों की सीरीज के 50 से हारने के बाद भी कप्तान केन विलियम्सन के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी। उनका कहना था कि विराट की टीम टीम हमसे बेहतर थी और उसने मैदान पर जो बाजी मारी उसका श्रेय उन्हें और युवा खिलाड़ियों को दिया जाना चाहिए। अब बात दोनों टीमों के कप्तानों की दोस्ती की...
2008 के सेमीफाइनल में पहली बार मिले : विराट कोहली और केन विलियम्सन के बीच दोस्ती की कहानी 12 साल पुरानी है। पहली बार ये दोनों क्रिकेटर आईसीसी अंडर-19 के सेमीफाइनल में मिले थे, जब 27 फरवरी 2008 को क्वालालम्पुर में मैच खेला गया था। विराट भारतीय टीम के और केन विलियम्सन न्यूजीलैंड टीम के कप्तान थे।
डकवर्थ-लुईस नियम से भारत जीता : केन विलियम्सन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया और टीम ने 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 205 रन बनाए थे। बारिश के कारण डकवर्थ-लुईस नियम लागू किया गया जिसमें भारत को 43 ओवर में 191 का लक्ष्य मिला। भारत ने 41. 3 ओवर में 7 विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल कर लिया।
एक-दूसरे को आउट किया : मैच की खास बात यह थी कि कप्तान विलियम्सन सलामी बल्लेबाज के रूप में उतरे और जब वे 80 गेंदों पर 37 रन बना चुके थे, तब गेंदबाज विराट कोहली की गेंद पर विकेटकीपर गोस्वामी ने उन्हें स्टंम्स आउट कर दिया था। भारत जब बल्लेबाजी करने उतरा, तब विराट कोहली को विलियम्सन ने कैच आउट करके हिसाब बराबर किया था। विराट ने 53 गेंदों पर 43 रन बनाए थे।
12 साल से दोस्ती कायम : भारत ने डकवर्थ-लुईस नियम के तहत सेमीफाइनल मैच 9 गेंद शेष रहते 3 विकेट से जीता। इस मैच के बाद से विराट और विलियम्सन के बीच दोस्ती का बीज अंकुरित हुआ और आज करीब 12 साल के बाद भी यह दोस्ती कायम है। दोनों ही एकदूसरे की कद्र करते हैं और शानदार बल्लेबाजी पर एक-दूसरे को बधाई भी देते हैं।