विशाखापत्तनम। कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने रविवार को यहां भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण की प्रशंसा की, जिन्होंने स्पिनरों के मुफीद धीमे विकेट पर भी शानदार प्रदर्शन दिखाया।
मोहम्मद शमी ने खतरनाक तेज गेंदबाजी स्पैल की बदौलत 5 विकेट अपने नाम किए, जिससे भारत ने रविवार को यहां शुरुआती टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका को 191 रन पर समेटकर 203 रन से जीत हासिल की। भारत ने इस तरह 3 मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त ले ली।
यह पूछने पर कि भारतीय तेज गेंदबाज अब भारत की टेस्ट जीत में ज्यादा अहम भूमिका निभा रहे हैं तो कोहली ने कहा, यह सिर्फ जज्बे की बात है। अगर तेज गेंदबाज सोचेंगे कि स्पिनरों को ही सारा काम करना होगा तो इससे टीम में उनके स्थान के साथ न्याय नहीं होगा।
कोहली ने मैच के बाद कहा, वे छोटे स्पैल के लिए कहते हैं ताकि वे अपना शत-प्रतिशत दे सकें। तभी आप देख रहे हो कि शमी, ईशांत, जसप्रीत और उमेश अच्छा कर रहे हैं। यह सिर्फ जज्बा है कि आप कितनी भी मुश्किल परिस्थितियों में टीम के लिए अच्छा खेलना चाहते हो।
पहली पारी में तेज गेंदबाजों में सिर्फ ईशांत शर्मा ने ही एक विकेट झटका था लेकिन शमी ने दूसरी पारी में विपक्षी टीम को हिला दिया और 35 रन देकर 5 विकेट चटकाकर कप्तान की प्रशंसा का पात्र बने। कोहली ने कहा, शमी दूसरी पारी में मुख्य गेंदबाज रहे। सभी खिलाड़ी अपनी प्रतिभा के हिसाब से खरे उतरे।
रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की स्पिन जोड़ी ने गेंद से शानदार प्रदर्शन किया। अश्विन ने पहली पारी में 7 विकेट झटके, जबकि जडेजा ने कुल 6 (2 और 4) विकेट हासिल किए।
कोहली ने रोहित शर्मा की प्रशंसा के पुल बांधे, जिन्होंने टेस्ट सलामी बल्लेबाज के तौर पर पदार्पण मैच में दोनों पारियों में शतक जड़े। उन्होंने मयंक अग्रवाल भी तारीफ की, जिन्होंने अपना पहला टेस्ट शतक जमाया।
कोहली ने कहा, मयंक और रोहित ने शानदार खेल दिखाया। पुजारा ने भी दूसरी पारी में अच्छा किया। मौसम के कारण और धीमी होती पिच पर उनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने भी अपनी टीम के प्रयास की प्रशंसा की और साथ ही स्वीकार किया कि शमी की दूसरी पारी में गेंदबाजी ने बड़ा अंतर पैदा किया।
उन्होंने कहा, हमने कड़ी चुनौती दी, लेकिन दूसरी पारी मुश्किल थी। इस तरह के मैच के बाद आप हमेशा बैठकर सोच सकते हो कि आप क्या कर सकते थे। पांचवें दिन की पिच पर चीजें तेजी से होती हैं लेकिन यह टेस्ट क्रिकेट की प्रकृति ही है।