नई दिल्ली:ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और आखिरी टेस्ट के लिये ब्रिसबेन पहुंची भारतीय क्रिकेट टीम को मंगलवार को ऐसे होटल में ठहराया गया जिसमें मूलभूत सुविधायें भी नहीं थी और इसके बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड के शीर्ष अधिकारियों को दखल देना पड़ा।
समझा जाता है कि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली, सचिव जय शाह और सीईओ हेमांग अमीन ने शिकायतें मिलने के बाद क्रिकेट आस्ट्रेलिया के अधिकारियों से संपर्क किया। उन्हें आश्वासन दिया गया है कि भारतीय टीम को वहां कोई परेशानी नहीं होगी।
बोर्ड के एक सीनियर सूत्र ने बताया, होटल में रूम सर्विस या हाउसकीपिंग ही नहीं है। जिम भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का नहीं है और स्वीमिंग पूल में नहीं जा सकते। उनसे चेक इन के समय इन सभी सुविधाओं का वादा किया गया था।
भारत और आस्ट्रेलिया के बीच चौथा टेस्ट 15 जनवरी से ब्रिसबेन में खेला जायेगा। वहां कोरोना महामारी के बढते मामलों और न्यू साउथ वेल्स के साथ सीमा पर लॉकडाउन के कारण होटल में पृथकवास के कड़े नियम हैं।
यह पूछने पर कि क्या खिलाड़ियों को आपस में मिलने की अनुमति है, सूत्र ने कहा , हां उन्हें एक टीम रूम दिया गया है और होटल के भीतर वे एक दूसरे से मिल सकते हैं।
यह पूछने पर कि क्या टीम ने होटल अधिकारियों के सामने विरोध जताया है, सूत्र ने कहा , जब मैनेजर को शिकायतों से अवगत कराया गया तो उसने कहा कि दोनों टीमों के लिये समान नियम है। सिर्फ एक टीम के लिये पृथकवास के कड़े नियम नहीं है।भारतीय टीम ने उम्मीद जताई कि गांगुली और शाह इस मसले का समाधान निकाल लेंगे। (भाषा)