भारत में अक्टूबर नवंबर में होने वाले ODI World Cup वनडे विश्व कप के मैचों की मेजबानी नहीं मिलने पर Mohali मोहाली के प्रमुख क्रिकेट केंद्रों के अधिकारियों ने निराशा जताई है।अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद और मेजबान बीसीसीआई ने मंगलवार को विश्व कप के कार्यक्रम का ऐलान किया जिसमें पांच अक्टूबर से 19 नवंबर तक दस शहरों में मैच खेले जायेंगे। मोहाली, इंदौर, राजकोट, रांची और नागपुर को एक भी मैच नहीं मिला है ।
विश्व कप के मैच हैदराबाद, अहमदाबाद, धर्मशाला, दिल्ली, चेन्नई, लखनऊ, पुणे, बेंगलुरू, मुंबई और कोलकाता में होंगे। आईसीसी टूर्नामेंट में आम तौर पर मेजबान आयोजन समिति द्वारा प्रस्तावित मेजबान शहरों को मंजूरी मिल जाती है।
पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हायर ने विश्वकप मुकाबले की मेजबानी करने वाले शहरों में मोहाली को शामिल नहीं किए जाने की निंदा की।उन्होंने दावा किया कि मेजबान शहरों का चयन राजनीति कारणों से प्रेरित है।
हायर के मुताबिक, राज्य सरकार भेदभाव के इस मुद्दे को उचित स्तर पर उठाएगी।उनका कहना है कि मोहाली क्रिकेट स्टेडियम 1996 और 2011 के विश्व कप के कुछ प्रमुख मुकाबलों का गवाह रहा है, लेकिन इस बार इसे एक भी मैच की मेजबानी का मौका नहीं दिया गया।पंजाब के मंत्री ने राजनीतिक हस्तक्षेप का आरोप लगाया और तंज कसते हुए कहा, सब जानते हैं कि बीसीसीआई की अगुवाई कौन कर रहा है।
2 एतिहासिक सेमीफाइनल का मेजबान रहा है मोहाली
गौरतलब है कि पंजाब क्रिकेट असोसिएशन स्टेडियम ने पहले 2 बार क्रिकेट विश्वकप सेमीफाइनल का आयोजन किया था। साल 1996 के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज का सामना हुआ था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज टीम को 202 रनों पर आउट कर दिया था। इसके जवाब में 8 विकेट खोकर इस लक्ष्य को अंतिम गेंद पर पा लिया था।
इंडीज के लिए शिवनारायण चंद्रपाल ने 126 गेंदों में 80 रन बनाए थे वहीं शेन वॉर्न ने 9 ओवरों में 36 रन देकर 4 विकेट लिए थे। स्टुअर्ट लॉ 105 गेंदों में 72 रन बनाए। कॉर्ट्ली एंब्रोस ने सर्वाधिक 26 रन देकर 2 विकेट लिए।
इसके अलावा साल 2011 का एतिहासिक सेमीफाइनल भारत बनाम पाकिस्तान के खिलाफ खेला गया इसमें सचिन तेंदुलकर की अर्धशतकीय पारी की बदौलत भारत 9 विकेट खोकर 260 रनों तक पहुंचा। वहीं पाकिस्तान की पारी 231 रनों पर ऑलआउट हो गई। इस 29 रनों की जीत से भारत फाइनल पहुंचा।