नई दिल्ली। एमसीसी विश्व क्रिकेट समिति ने दुनिया के सबसे धनी बोर्ड बीसीसीआई से अपील की है कि वे ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल किये जाने के लिये अपने रूख में बदलाव और प्रयास करे। पूर्व क्रिकेटरों के अनुसार यदि क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किया जाता है तो इससे खेल को बहुत फायदा होगा।
क्रिकेट आखिरी बार 1900 पेरिस गेम्स में खेला गया था और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कहा है कि ओलंपिक में क्रिकेट के ट्वेंटी 20 प्रारूप का उसके अधिकतर सदस्य देशों ने समर्थन किया है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने क्रिकेट को ओलंपिक खेलों में शामिल करने का समर्थन किया है और दुनिया की सभी शीर्ष टीमों के बीच टूर्नामेंट कराने का पक्षधर है लेकिन दुनिया का सबसे प्रभावशाली बोर्ड बीसीसीआई क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल करने का समर्थक नहीं है।
एमसीसी की इस सप्ताह हुई बैठक के बाद पूर्व क्रिकेटरों के पैनल ने बीसीसीआई को दोबारा से अपने पक्ष को देखने का अनुरोध किया है। समिति के अध्यक्ष माइक गैटिंग ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारतीय बोर्ड के इस पक्ष से ही मैं बहुत नाराज़ हूं। गैटिंग ने कहा कि हम भारतीय बोर्ड से अनुरोध करते हैं कि वे दोबारा से अपने पक्ष पर विचार करें और आईसीसी के ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने के फैसले का समर्थन करें।
यह काफी अजीब है कि बीसीसीआई के अलावा बाकी सभी इस बात से खुश हैं कि क्रिकेट ओलंपिक का हिस्सा बनेगा और यह खेलों के लिए काफी अच्छा भी होगा। पूर्व इंग्लिश कप्तान ने कहा कि चार वर्ष में यह पहली बार होता है जब टीवी पर मुफ्त में दुनियाभर में इसका प्रसारण होगा। इसे लेकर कार्यक्रम तय करने का भी कोई मसला नहीं होगा।
ऐसा लग रहा है कि बीसीसीआई केवल इस आयोजन का हिस्सा बनने से दूर रहना चाहता है। ऐसा समझा जाता है कि बीसीसीआई ओलंपिक का हिस्सा इसलिए भी नहीं बनना चाहता क्योंकि वे ओलंपिक में शामिल होने से भारतीय ओलंपिक संघ के अंतर्गत आ जाएगा और इससे उसकी स्वायत्ता को भी खतरा होगा। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट कप्तान रिकी पोंटिग, श्रीलंका के कुमार संगकारा, भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली और आस्ट्रेलिया के रॉड मार्श 14 सदस्यीय स्वतंत्र समिति का हिस्सा हैं जो ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने पर विचार कर रही है।
उन्होंने साथ ही कहा कि ओलंपिक में सभी देशों की ओर से उनकी सर्वश्रेष्ठ टीम भेजी जानी चाहिए। पोंटिंग ने कहा कि हम यदि ओलंपिक में शामिल हो जाते हैं तो सभी को अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम ही यहां उतारनी चाहिए ताकि दुनिया को दिखा सकें कि यह खेल क्या है।
खिलाड़ियों को भी अहसास होगा कि खेल को इससे क्या फायदा पहुंचेगा। इस स्वायत्त समिति ने अंतरराष्ट्रीय मैचों में खिलाड़ियों के वेतन में अंतर, हेलमेट को अनिवार्य बनाने और अंपायर समीक्षा प्रणाली में विभिन्न पक्षों को शामिल करने पर भी विचार किया। (वार्ता)