मेलबोर्न। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टूर्नामेंट के उद्घाटन मैच में कप्तान हरमनप्रीत कौर के शब्दों ने पूनम यादव को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया और उन्होंने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और भारत को पहली बार आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप के फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
इस 28 वर्षीय स्पिनर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस मैच में 4 विकेट लिए। वे अभी टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज हैं।
आईसीसी वेबसाइट के अनुसार पूनम ने कहा कि जब पहले ओवर में मेरी गेंद पर छक्का लगा तो वह (हरमनप्रीत) मेरे पास आई और उसने कहा कि पूनम तुम टीम की सबसे अनुभवी खिलाड़ी हो और हमें तुमसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि इस तरह के शब्दों ने मुझे अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उत्साहित किया। मैंने खुद से कहा कि मेरी कप्तान का मुझ पर इतना अधिक भरोसा है और मुझे वापसी करनी चाहिए। मैंने अगली गेंद पर विकेट लिया और उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा।
टी-20 क्रिकेट में भारत की तरफ से सर्वाधिक विकेट लेने वाली पूनम इससे पहले उंगली में चोट के कारण त्रिकोणीय श्रृंखला में नहीं खेल पाई थी।
उन्होंने कहा कि मैं त्रिकोणीय श्रृंखला में नहीं खेल पाई थी इसलिए चयनकर्ताओं का आभार, जो उन्होंने मुझ पर भरोसा दिखाया। जब मैं बाहर थी तो मैंने विश्व कप में मिलने वाली चुनौती को ध्यान में रखकर कड़ी मेहनत की थी। मैंने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की खिलाड़ियों के कई वीडियो देखकर उनकी कमजोरियों का पता लगाया था।