मुंबई। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने शनिवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की जिससे 2 दशक तक चले उनके शानदार करियर का भी अंत हो गया। भारत की तरफ से 42 वर्षीय जाफर ने 31 टेस्ट मैचों में 34.11 की औसत से 1,944 रन बनाए जिसमें 5 शतक और 11 अर्द्धशतक शामिल हैं। उनका उच्चतम स्कोर 212 रन है।
जाफर ने बयान में कहा कि सबसे पहले मैं अल्लाह का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा जिसने मुझे इस शानदार खेल को खेलने के लिए प्रतिभा बख्शी। मैं अपने परिजनों, मेरे माता-पिता और भाइयों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं जिन्होंने मुझे इस खेल को पेशे के तौर पर अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। मैं अपनी पत्नी का आभार व्यक्त करना चाहता हूं जिसने मेरा प्यारा घर बसाने और मेरे और बच्चों के लिए इंग्लैंड की आरामदायक जिंदगी छोड़ दी।
उन्होंने कहा कि मेरे सभी प्रशिक्षकों का विशेष आभार। चयनकर्ताओं का तहेदिल से आभार जिन्होंने मुझ पर भरोसा जताया। यह सलामी बल्लेबाज उन कुछ भारतीय बल्लेबाजों में शामिल है जिन्होंने वेस्टइंडीज में दोहरा शतक लगाया है। उन्होंने कैरेबियाई टीम के खिलाफ सेंट लूसिया में 212 रन बनाए थे।
जाफर ने 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। उन्होंने अपना पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच 2006 में इसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ खेला था। जाफर ने केवल 2 वनडे खेले जिनमें 10 रन बनाए। उन्हें हालांकि घरेलू क्रिकेट विशेषकर रणजी ट्रॉफी में उनके प्रदर्शन के लिए याद किया जाता है।
वे रणजी ट्रॉफी में 12,000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज हैं। उन्होंने अपने करियर में अधिकतर समय मुंबई का प्रतिनिधित्व किया, लेकिन बाद के दिनों में वे विदर्भ से खेलने लगे थे। वे रणजी ट्रॉफी में 150 मैच खेलने वाले पहले बल्लेबाज हैं। जाफर ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 1996-97 में पदार्पण किया था।