INDvsWI भारत ने शुभमन गिल (85) की अगुवाई में बल्लेबाज़ों के शानदार प्रदर्शन के बाद मुकेश कुमार (30/3) और शार्दुल ठाकुर (37/4) की घातक गेंदबाजी की बदौलत दूसरे वनडे में वेस्ट इंडीज को 200 रन से रौंदकर तीन मैचों की शृंखला 2-1 से जीत ली है।भारत ने मंगलवार को खेले गये मुकाबले में विंडीज के सामने 352 रन का लक्ष्य रखा, जिसके जवाब में कैरिबियाई टीम 151 रन पर ऑलआउट हो गयी।
यह वेस्टइंडीज पर भारत की लगातार 13वीं वनडे सीरीज जीत थी। आखिरी बार वेस्टइंडीज ने भारत को साल 2006 में 4-1 से सीरीज हराई थी।
गिल के अलावा ईशान किशन (77), संजू सैमसन (51) और हार्दिक पांड्या (70 नाबाद) ने भी भारत के लिये अर्द्धशतक जड़े। इसके बाद मुकेश ने पावरप्ले के अंदर वेस्ट इंडीज के तीन विकेट मात्र 17 रन पर गिराकर उसकी जीत की संभावनाएं क्षीण कर दीं।
वेस्ट इंडीज के लिये गुडाकेश मोती ने सर्वाधिक 39 रन बनाये, हालांकि यह मेजबान टीम को जीत दिलाने के लिये नाकाफी था। शार्दुल ने भारत के लिये सर्वाधिक चार विकेट चटकाये। कुलदीप यादव ने दो विकेट लिये, जबकि जयदेव उनादकट को एक सफलता हासिल हुई।
एक बार फिर रोहित शर्मा और विराट कोहली के बिना खेलने उतरी भारतीय टीम को वेस्ट इंडीज ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित किया। गिल और किशन की सलामी जोड़ी ने भारत को एक और अच्छी शुरुआत दी। दोनों के बीच पहले विकेट के लिये 19.4 ओवर में 143 रन की साझेदारी हुई। किशन ने इस साझेदारी में आक्रामक भूमिका निभाते हुए 64 गेंद पर आठ चौकों और तीन छक्कों की बदौलत 77 रन बनाये। वह यानिक कारिया को बड़ा शॉट लगाने की कोशिश में स्टंप आउट हुए।
तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे रुतुराज गायकवाड़ बड़ा स्कोर नहीं बना सके, लेकिन इसके बाद आने वाले बल्लेबाज़ों ने निराश नहीं किया। दूसरे वनडे में असफल रहे सैमसन ने गिल के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिये 69 रन जोड़े। सैमसन ने मात्र 41 गेंद की पारी में दो चौके और चार छक्के लगाकर 51 रन बनाये, हालांकि वह अपना अर्द्धशतक पूरा करते ही पवेलियन लौट गये।
सैमसन ने अर्द्धशतक बनाकर अपने चयन को उचित साबित किया, हालांकि सूर्यकुमार 30 गेंद पर दो चौके और दो छक्के लगाकर 35 रन ही बना सके। गिल शतक की ओर बढ़ रहे थे लेकिन गुडाकेश मोती ने अपनी लेग स्पिन से उन्हें लंबे समय तक छकाया और अंततः 86 रन पर कैचआउट करवाया। गिल ने 92 गेंद की पारी में 11 चौके जड़े।
गिल और सूर्यकुमार के आउट होने के बाद पांड्या ने भारतीय पारी को ज़ोरदार अंत देने की ज़िम्मेदारी ली। पांड्या की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से भारत ने आखिरी पांच ओवरों में 56 रन जोड़े। कप्तान पांड्या ने खुद 52 गेंद पर चार चौकों और पांच छक्कों की बदौलत नाबाद 70 रन बनाकर अपनी पारी का अंत किया।
वेस्ट इंडीज की ओर से रोमारियो शेफर्ड ने 10 ओवर में 73 रन देकर दो विकेट लिये। अल्ज़ारी जोसेफ़ (10 ओवर, 77 रन), कारिया (आठ ओवर, 58 रन) और मोती (10 ओवर, 38 रन) को एक-एक विकेट हासिल हुआ। जेडेन सील्स आठ ओवर में 75 रन देकर विंडीज के सबसे महंगे गेंदबाज साबित हुए।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्ट इंडीज के सलामी बल्लेबाज ब्रैंडन किंग पहले ही ओवर में मुकेश का शिकार हो गये, जबकि काइल मेयर्स तीसरे ओवर में मुकेश की गेंद पर बोल्ड होने से पहले केवल चार रन बना सके। पिछले मैच में वेस्ट इंडीज को लक्ष्य तक पहुंचाने वाले कप्तान शाई होप का विकेट गिरने के साथ विंडीज का स्कोर 17/3 हो गया।
ताश के पत्तों की तरह ढहती वेस्ट इंडीज के लिये एलिक अथानाज़, अल्ज़ारी जोसेफ़ और गुडाकेश मोती ने महत्वपूर्ण योगदान देकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अथानाज़ ने 50 गेंद पर तीन चौकों की सहायता से 32 रन बनाये, जबकि जोसेफ़ ने 39 गेंद पर एक चौका और दो छक्के लगाकर 26 रन की पारी खेली। मोती 34 गेंद पर 39 रन बनाकर नाबाद रहे, जबकि शार्दुल ने जेडेन को बोल्ड कर वेस्ट इंडीज की पारी का अंत किया।भारत और वेस्ट इंडीज अब गुरुवार से शुरू होने वाली पांच मैचों की टी20 शृंखला में आमने-सामने होंगे।