श्रीलंका और भारत के बीच आज कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में दूसरा एकदिवसीय मैच खेला गया था, जिसे टीम इंडिया ने बेहद ही रोमांचक अंदाज में 3 विकेट से जीतकर अपने नाम किया। भारत को मैच में 276 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे टीम ने 49.1 ओवर के खेल में 7 विकेट खोकर अपने नाम किया।
भारतीय टॉप ऑर्डर ने किया निराश
श्रीलंका ने भारत के सामने 276 रनों का लक्ष्य रखा था और पिछले मैच में जोरदार बल्लेबाजी करने वाली टीम इंडिया के खिलाड़ियों से इस मैच में दमदार प्रदर्शन की पूरी उम्मीद थी, लेकिन देखने को कुछ और ही मिला। पृथ्वी शॉ (13), पिछले मैच में धमाकेदार वनडे डेब्यू करने वाले ईशान किशन (1) और कप्तान शिखर धवन सिर्फ (29) के आउट होकर पवेलियन लौटे।
टॉप ऑर्डर का एक भी बल्लेबाज इस बार मैदान पर अपना जलवा बिखरने में नाकाम रहा। टीम इंडिया ने 65 के स्कोर पर अपने पहले तीन विकेट गंवा दिए थे और मैच का दारोमदार अब मध्यक्रम के खिलाड़ियों पर था। चौथे विकेट के लिए पूरे 50 रन जोड़ मनीष पांडे और सूर्यकुमार यादव की जोड़ी टीम के स्कोर पर पटरी पर लाने का काम किया। यह जोड़ी नजरें जमा चुकी थी और तभी मनीष पांडे (37) के स्कोर पर रन-आउट होकर पवेलियन लौटे।
सूर्या का अर्धशतक, लेकिन जूनियर पांड्या फेल
मनीष पांडे के विकेट के बाद अब भारत की जीत सारी उम्मीदें सूर्यकुमार यादव के साथ अनुभवी हार्दिक पांड्या के कंधों पर थी। काफी समय बाद बल्ले के साथ मैदान पर नजर आने वाले हार्दिक ने फैंस को निराश किया और बिना खाता खोले चलते बने। हार्दिक ने तीन गेंदों का सामना किया और शून्य पर लक्षण संदाकन को अपनी विकेट थमा बैठे।
हार्दिक के विकेट के बाद मैदान पर सूर्यकुमार यादव का साथ निभाने आए सीनियर पांड्या। सूर्या और क्रुणाल ने छठे विकेट के लिए 44 रन जोड़ फैंस के चहरों पर मुस्कान और ड्रेसिंग रूम के तनाव को थोड़ा सा कम करने का काम किया। सभी को लग रहा था कि, सूर्यकुमार यादव आज मैच जीतकर ही मैदान से बाहर लौटेंगे। देखते ही देखते सूर्या ने अपने दूसरे एकदिवसीय में अपना पहला अर्धशतक पूरा कर लिया।
यादव बहुत ही शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन लक्षण संदाकन की एक गेंद सही नहीं पढ़ पाए और 44 गेंदों पर (53) रन बनाकर आउट हुए। संदाकन ने सूर्या को एलबीडबल्यू आउट किया। हालांकि, इसके खिलाफ यादव ने रिव्यू लिया था लेकिन वह उनके काम न आ सका। सूर्यकुमार यादव के विकेट के साथ ही भारत की लगभग आखिरी उम्मीदें भी समाप्त होने लगी...
क्रुणाल ने दिखाई थी आशा की किरण
सूर्यकुमार यादव के आउट होने के बाद क्रुणाल पांड्या ने बहुत ही समझदारी के साथ बल्लेबाजी की और स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाते रहे। उन्होंने दीपक चाहर के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 33 रन भी जोड़े। टीम इंडिया के खेमे में क्रुणाल ने आशा की एक लौ जलाई थी लेकिन इस लौ को वानिंदु हसरंगा ने बुझा दिया। सीनियर पांड्या 54 गेंदों पर (35) रन बनाकर आउट हुए। हसरंगा की मैच में यह तीसरी बड़ी सफलता रही। क्रुणाल से पहले उन्होंने धवन और शाव की विकेट भी चटकाई थी।
दबंग दीपक की जोरदार पारी
कहने को भले ही भारत ने अपने सभी स्टार खिलाड़ियों के विकेट गंवा दिए हो लेकिन दीपक चाहर हार मानने वाले नहीं थे। दीपक ने मैदान के चारों ओर बड़े-बड़े शॉट्स लगाकर मुकाबले की तस्वीर को ही बदल दिया। चाहर ने 64 गेंदों पर अपना पहला वनडे अर्धशतक पूरा किया।
यादगार पारी खेलने वाले दीपक चाहर यही नहीं रुके और अपने एक-एक शॉट से मुकाबले को लंकाई खेमे से दूर ले गए। भारत ने यह बेहद ही रोमांचक मुकाबला 3 विकेट से जीतकर अपने नाम किया। जीत में चाहर ने 82 गेंदों पर नाबाद 69 और भुवनेश्वर कुमार ने 28 गेंदों पर नाबाद 19 रन बनाए। दोनों खिलाड़ियों ने आठवें विकेट के लिए कभी न भुलाए जाने वाले 84 गेंदों पर 84 रन जोड़े।
मैच में मिली जीत के साथ ही भारत ने तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 की अजय बढ़त भी बना ली है। तीसरा मुकाबला शुक्रवार, 23 जुलाई को खेला जाएगा।