कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में श्रीलंका और भारत के बीच दूसरा एकदिवसीय खेला जा रहा है। जहां मैच की शुरुआत श्रीलंका के टॉस जीतने के साथ हुई और टीम ने भारत को पहले गेंदबाजी के लिए बुलाया। श्रीलंका के लिए टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला सही साबित हुआ।
दोनों सलामी बल्लेबाज अविष्का फर्नांडो और मिनोद भानुका ने पहले विकेट के लिए 77 रन जोड़े। यह जोड़ी धीरे-धीरे भारतीय गेंदबाजों पर हावी हो रही थी, लेकिन इसको तोड़ने का काम युजवेंद्र चहल ने किया। चहल ने दो गेंदों पर दो विकेट लेकर मेजबान टीम की कमर तोड़कर रख दी। चहल ने पहले भानुका (36) का शिकार किया और उसके बाद भानुका राजपक्षे को शून्य पर आउट कर पवेलियन का रास्ता दिखाया।
77 के स्कोर पर दो विकेट गंवाने के बाद टीम की पारी को संभालने का काम अविष्का फर्नांडो और धनंजय डी सिल्वा ने किया। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 47 रन जोड़े। लंकाई पारी पटरी पर आ ही रही थी कि, अर्धशतक लगा चुके अविष्का फर्नांडो एक गलत शॉट लगाकर अपनी विकेट तोहफे में दे बैठे। फर्नांडो 71 गेंदों पर 50 रन बनाकर भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर आउट हुए।
फर्नांडो के विकेट के बाद दीपक चाहर ने धनंजय डी सिल्वा (32) की पारी को समाप्त कर दिया। कप्तान दासुन शनाका भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके और सिर्फ (16) रन बनाकर चहल का शिकार बने। श्रीलंका ने आधी टीम 172 के स्कोर पार पवेलियन लौट चुकी थी। टीम ने अपना छठा विकेट वानिंदु हसरंगा (8) के रूप में गंवाया और उनकी विकेट चाहर के खाते में आई।
एक तरफ जहां टीम का मध्यक्रम फिर से लचर साबित हुआ उसी बीच चरिता असलंका एकमात्र ऐसे खिलाड़ी रहे, जिन्होंने भारतीय गेंदबाजी आक्रमण का मुंह तोड़ जवाब दिया। चरिता ने बढ़िया बल्लेबाजी की और अपने वनडे करियर का पहला अर्धशतक जमाया। चरिता असलंका ने दमदार बल्लेबाजी की 68 गेंदों पर शानदार (65) रन बनाकर आउट हुए। उनकी विकेट भुवी के खाते में आई।
पिछले मैच में शानदार बल्लेबाजी करने वाले चमिका करुणारत्ने ने इस मैच में बढ़िया खेल दिखाया। उन्होंने 33 गेंदों पर नाबाद 44 रन बनाए। श्रीलंका अपने निर्धारित 50 ओवर के खेल में 9 विकेट के नुकसान पर 275 रन बनाने में सफल रही। भारत के लिए भुवनेश्वर कुमार और युजवेंद्र चहल तीन-तीन और दीपक चाहर दो विकेट लेने में सफल रहे।