अहमदाबाद। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा और आखरी मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जा रहा है। अहमदाबाद की इस सपाट पिच पर ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। टॉस जीतने के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान, स्टीव स्मिथ ने कहा कि यह एक बल्लेबाजी पिच है और बल्लेबाजों का समर्थन करेगी, फलस्वरूप, उन्होंने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया है।
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने मैच के पहले दिन का खेल खत्म होने तक चार विकेट खोकर 255 रन बनाए हैं। उस्मान ख्वाजा 104 और ग्रीन 49 रन पर नाबाद हैं। ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज, उस्मान ख्वाजा ने 42 के स्ट्राइक रेट के साथ 251 गेंदों में 104 रन बनाकर अपनी टीम को पहले दिन 250 का आंकड़ा पार करने में मदद की। यह शतक उस्मान ख्वाजा के टेस्ट करियर का 14वां शतक है। इस सीरीज में शतक लगाने वाले वह दूसरे खिलाड़ी हैं।
शुरुआत में ट्रेविस हेड और ख्वाजा ने 61 रन जोड़े, उसके बाद हेड (32) और लाबुशेन (3) आउट हुए लेकिन ऑस्ट्रेलिया के कप्तान, स्टीव स्मिथ (38) ने साझेदारी कर उस्मान ख्वाजा का लम्बे वक़्त तक साथ दिया। मैच के ख़त्म होने से पहले ख्वाजा और कैमरन ग्रीन की शानदार पारियों ने ऑस्ट्रेलिया को एक बेहतर स्थिति में पंहुचा दिया है। भारत की तरफ से मोहम्मद शमी ने दो और अश्विन-जडेजा ने एक-एक विकेट लिया।
भारत को कल सुबह के सत्र में और मजबूत होकर वापसी करनी होगी और ऑस्ट्रेलियाई टीम को अपनी पहली पारी में बड़ा स्कोर करने से रोकना होगा अन्यथा खेल बहुत जल्द उनकी पकड़ से दूर हो सकता है। भारतीय टीम ने दिन के ख़त्म होने से पहले उस्मान या ग्रीन को आउट करने के लिए 81वे ओवर के बाद नई गेंद का उपयोग किया, उस वक़्त ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 201-4 पर एक था लेकिन पिछले मैच के आखरी दिन की तरह ही भारत को गेंद बदलना महंगा पड़ा। दिन के ख़त्म होने से पहले सिर्फ 9 ओवर में उस्मान और ग्रीन ने मिलकर 54 रन बटोरे।
पहले दिन के खेल के ख़त्म होने के बाद उस्मान ख्वाजा, जिन्होंने आज मजबूती और संयम के साथ ठीके रहकर एक शानदार शतक बनाया, ने अपने जज़्बात व्यक्त करते हुए कहा : "यह पारी मेरे लिए बहुत इमोशनल है। यह एक लंबी यात्रा रही है, शतक बनाना, एक ऑस्ट्रेलियाई के रूप में आप हमेशा ऐसा करना चाहते हैं। यह बहुत खास है। यह इतना अच्छा विकेट था, मैं अपना विकेट नहीं देना चाहता था। यह किसी भी चीज़ से ज्यादा एक मानसिक लड़ाई थी। आपको इसे लंबे समय तक करते रहने की जरूरत है। मेरे दाहिने हाथ में हेलमेट था, मैंने उसे (ग्रीन) को शतक के बाद हाई फाइव के बजाय सिर्फ मुझे गले लगाने को कहा। मेरे पास कोई अंधविश्वास नहीं है।"
भारतीय टीम यह मैच जीतकर लंदन के ओवल ग्राउंड में 7 से 11 जून तक होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित करना चाहेगी अन्यथा उन्हें आज ही से शुरू हुई श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के बीच की सीरीज के नतीजे पर निर्भर होना होगा। चार मैचों की सीरीज में फिलहाल मेहमान टीम, ऑस्ट्रेलिया 1-2 से पीछे चल रही है।
कृति शर्मा