पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल को आप कब तक नजरअंदाज कर सकते हैं?
टीम के पूर्व प्रभंधक ने किया राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा से सवाल
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही बॉर्डर-गावस्कर के 4 मैचों की श्रंखला के 2 मैच भारतीय टीम द्वारा जीतें जा चुके हैं। पहले दो मैचों में ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ भारतीय टीम का प्रद्रशन काफी बेहतरीन रहा लेकिन तीसरे मैच के पहले जिस खिलाडी के फॉर्म के चर्चे हो रहे हैं वो हैं भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज के एल राहुल।
के एल राहुल काफी वक़्त से अपने फॉर्म से बाहर हैं। बुरे फॉर्म में होने के बावजूद उन्हें लगातार टीम में रखे रहना क्रिकेट दर्शकों और कुछ विशेषज्ञों के दृष्टिकोण से एक चिंता का विषय बन गया है। हालही ही में भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे के एल राहुल पर अपना भरोसा बरकरार रख उन्हें बैक करते रहेंगे। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि के एल राहुल के बुरे प्रदर्शन के बाद भी उन्हें टीम मैनेजमेंट द्वारा टीम में मौका दिया गया हो। 2018 में इंग्लैंड दौरे के दौरान भी कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली ने के एल राहुल के सीरीज में बुरे प्रदर्शन के बाद भी उन्हें पांचवे और आखरी टेस्ट मैच में जगह दी थी जहाँ उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ ओवल क्रिकेट ग्राउंड में शानदार शतक जड़ा था। उसके पहले इंग्लैंड के खिलाफ उनके चार टेस्ट मैचों के आँखड़े 4, 13, 8, 23, 36, 19 और 0 रहे थे।
हाल ही में सुनील सुब्रमण्यम जो भारतीय, टीम के प्रबंधक थे और 2018 सीरीज में रवि शास्त्री के थिंक-टैंक का हिस्सा थे, ने टीम में के एल राहुल की जगह पर नाराज़गी जताते हुए टाइम्स ऑफ़ इंडिया (Times Of India) से कहा ”पांच साल पहले यह एक अलग स्थिति थी राहुल युवा थे और उन्हें समर्थन की जरूरत थी.आपको एहसास होना चाहिए कि उस समय राहुल एक युवा थे … लेकिन अब हालात काफी अलग है.”सुनील सुब्रमण्यम एक पूर्व भारतीय प्रथम श्रेणी क्रिकेटर और तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन अकादमी के वर्तमान मुख्य कोच भी है।
सुब्रमण्यम ने भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ताओं से यह सवाल किया कि वे कब तक शुभमन गिल और पृथ्वी शॉ को नज़रअंदाज़ करते रहेंगे। शुभमन गिल जिन्होंने पिछले कुछ महीनों में क्रिकेट के इस लम्बे फॉर्मेट में एक के बाद एक दमदार प्रदर्शन कर भारतीय क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीता है, उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो मैचों में बेंच गरम करनी पड़ी। उन्हें बैठा कर टीम मैनेजमेंट ने राहुल को टीम में जगह दी जो दो मैचों में सिर्फ 38 रन ही बटोर पाएं। सुनील ने पृथ्वी शॉ के बारे में भी बात कि जिन्होंने अपना आखरी टेस्ट मैच दिसंबर 2020 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। सुनील सुब्रमण्यम ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया के साथ अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा
"शुभमन जैसे खिलाड़ी हैं जो सिर्फ दस्तक नहीं दे रहे हैं, बल्कि दरवाजे पर धमाका कर रहे हैं। और फिर पृथ्वी शॉ भी हैं। आप कब तक वैध दावों की अनदेखी कर सकते हैं?" 'पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल के जायज दावों को आप कब तक नजरअंदाज कर सकते हैं?'
सुनील का मानना है कि इंडियन क्रिकेट टीम के चयनकर्ताओं को के एल राहुल की जगह ऐसे खिलाडियों को मौका देना चाहिए जो बतौर ओपनर इस वक़्त के एल राहुल से बेहतर प्रदर्शन कर सकतें हैं, ऐसे खिलाड़ी जो कबसे सिर्फ एक मौका की तलाश में हैं। बॉर्डर-गावस्कर का तीसरा मैच इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला जाएगा। अब देखना यह है कि क्या तीसरे मैच में भी राहुल रोहित के साथ ओपनिंग करेंगे या उन्हें बैठकर गिल को मौका दिया जाएगा।