एडिलेड। ऑस्ट्रेलिया के हाथों प्रतिष्ठित एशेज सीरीज के ओपनिंग मुकाबले में 10 विकेट की शर्मनाक हार से पस्त हुई इंग्लैंड क्रिकेट टीम एडिलेड ओवल में शनिवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में अपनी स्थिति को बेहतर बनाने के लक्ष्य के साथ चुनौती पेश करेगी। हालांकि गुलाबी गेंद से कम अनुभव उसका सिरदर्द बढ़ा सकती है।
ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिसबेन में पहला मैच 10 विकेट से जीता था और अब 5 मैचों की सीरीज में उसके पास 1-0 की बढ़त है। पिछली जीत के बाद मेजबान टीम का हौसला काफी बढ़ा है और एडिलेड में भी वह इसी को दोहराने का दावा कर रही है जिसके मद्देनजर कप्तान स्टीवन स्मिथ ने पिछली टीम को बिना किसी बदलाव के दूसरे मैच में उतारने का दावा किया है।
वहीं जो रूट की कप्तानी वाली इंग्लैंड गाबा में जॉनी बेयरस्टो के साथ हुए विवाद की कड़वाहट के साथ शर्मनाक हार का बदला चुकता करना चाहती है। रूट इस बात से भी नाराज हैं कि इस विवाद पर स्मिथ संवाददाता सम्मेलन में हंसते रहे थे। उन्होंने साथ ही कहा था कि जेम्स एंडरसन भी काफी स्लेजिंग करते हैं।
हालांकि यदि दोनों टीमों के बीच स्लेजिंग और मैदान पर खिलाड़ियों के बीच कड़वाहट को छोड़ दिया जाए तो एडिलेड में जो ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण होगा वह है गुलाबी गेंद। ऑस्ट्रेलिया इस वर्ष एडिलेड ओवल में ही अपना तीसरा दिन-रात्रि मैच खेलने जा रही है और पिछले सभी मैच उसने जीते हैं जबकि इंग्लैंड ने केवल विंडीज के साथ अगस्त में एकमात्र दिन-रात्रि मैच खेला है और उसके पास गुलाबी गेंद का काफी कम अनुभव है।
इंग्लैंड को इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ बल्लेबाजों को भी रोकना होगा। कप्तान स्मिथ गाबा में बल्ले से सबसे सफल रहे थे जिन्होंने पहली पारी में नाबाद 141 रनों की जबरदस्त पारी खेली थी। उनके अलावा शॉन मार्श, पैट कमिंस, डेविड वॉर्नर ओर कैमरन बेनक्राफ्ट सभी ने रनों का योगदान दिया वहीं इंग्लैंड का बल्ले और गेंद दोनों से प्रदर्शन खराब रहा था।
जेम्स विंस, मार्क स्टोनमैन, डेविड मलान और कप्तान रूट के अर्द्धशतकों को छोड़ दें तो कोई अन्य खिलाड़ी बड़ी पारी नहीं खेल सका था वहीं गेंदबाजों ने भी खासा निराश किया, जो दूसरी पारी में पूरी तरह पस्त हो गए और टीम 10 विकेट से मैच हारी। वहीं पूर्व कप्तान और सलामी बल्लेबाज एलेस्टेयर कुक ने भी सबसे ज्यादा निराश किया, जो 2 और 7 रन की पारियां खेलकर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने की अपनी भूमिका नहीं निभा सके।
हालांकि रूट कह चुके हैं कि कुक टेस्ट में 11,000 रन बना चुके हैं और वे कमाल के बल्लेबाज हैं, जो टीम का निश्चित ही हिस्सा रहेंगे। वैसे भी मोईन अली की उंगली में चोट है और उनका एडिलेड टेस्ट में खेलना संदिग्ध है, ऐसे में कुक की अहमियत अधिक होगी, जो अपने एकमात्र दिन-रात्रि मैच में विंडीज के खिलाफ 243 रन की पारी खेल चुके हैं। मोईन की जगह टीम में 20 साल के मेसन क्रेन को शामिल किया जा सकता है।
मैच से पूर्व रूट ने माना कि ऑस्ट्रेलिया के कई बल्लेबाजों ने मैच बदला और खासकर स्मिथ की उसमें भूमिका अहम रही और उनकी टीम मेजबान टीम के कप्तान को आउट करने के लिए पूरा जोर लगाएगी। इंग्लैंड के पास यह काम करने के लिए जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड, क्रिस वोक्स, जेक बॉल जैसे गेंदबाज हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पास नैथन लियोन, मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड जैसे बढ़िया खिलाड़ी हैं, जो गाबा में भी काफी सफल रहे थे। खास बात यह है कि गुलाबी गेंद से प्रथम श्रेणी में सबसे सफल गेंदबाज स्टार्क (42 विकेट) और हेजलवुड (33) दोनों ही इस मैच में खेल रहे हैं, जो मेजबान टीम के लिए खासा फायदेमंद होगा।
एडिलेड ओवल के पिच क्यूरेटर डेमियन हग ने कहा है कि पिछले वर्ष दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दिन-रात्रि मैच की तरह ही इस पिच को तैयार किया गया है जहां उछाल, तेजी और स्पिन मिलेगा। यहां हल्की बारिश की भी संभावना है। (वार्ता)