नई दिल्ली। मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) की विश्व क्रिकेट समिति ने चिंता व्यक्त की है कि यदि अंतरराष्ट्रीय मैचों में खिलाड़ियों के वेतन में मौजूदा भारी अंतर को कम नहीं किया गया तो क्रिकेटरों के घरेलू टी-20 लीगों में पलायन का खतरा बढ़ जाएगा।
सिडनी में मंगलवार और बुधवार को हुई सालाना बैठक में 14 सदस्यीय समिति ने इस मामले पर गंभीरता से विचार किया। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट कप्तान रिकी पोंटिग, श्रीलंका के कुमार संगकारा, भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली और ऑस्ट्रेलिया के रॉड मार्श 14 सदस्यीय स्वतंत्र समिति का हिस्सा हैं।
समिति ने खिलाड़ियों के वेतन में भारी अंतर को लेकर बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन और इंग्लैंड के विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो के बीच वेतन अंतर को बतौर उदाहरण पेश किया। समिति ने साथ ही कहा कि कम वेतन के चलते खिलाड़ियों के भ्रष्टाचार, स्पॉट फिक्सिंग में जाने का भी खतरा है। शाकिब ने कहा है कि बांग्लादेश में क्रिकेटर अब टेस्ट क्रिकेट को अपने भविष्य के रूप में नहीं देखते हैं बल्कि उनके हिसाब से टी-20 उन्हें वित्तीय रूप से अधिक सुरक्षा मुहैया कराती है।
पोंटिंग ने कहा, हमें खुशी होगी यह देखकर कि आईसीसी पैसे को खिलाड़ियों तक पहुंचाए। वहीं यह भी देखा जा रहा है कि खिलाड़ी इन दिनों अपने देश का प्रतिनिधित्व न करते हुए टी-20 लीगों में खेल रहे हैं, जो उन्हें अच्छा वेतन दे रही हैं। (वार्ता)