रिसर्च में खुलासा, परीक्षा के दौरान लें भरपूर नींद, ग्रेड में हो सकता है सुधार

Webdunia
वॉशिंगटन। स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त नींद लेना जरूरी है, लेकिन एक नए शोध में पता चला है कि परीक्षा के वक्त भरपूर नींद लेने से बच्चों के ग्रेड में काफी सुधार आ सकता है।


अमेरिका के बायलर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने छात्रों को '8 घंटे चुनौती' में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। इसमें उन्हें परीक्षा के सप्ताह में 5 रातों के दौरान औसतन आठ घंटे की नींद पूरी करने पर कुछ अतिरिक्त अंक दिए गए।

अध्ययन में पता चला कि जिन लोगों ने चुनौती को पूरा किया उन लोगों ने परीक्षा में बेहतर किया। बायलर विश्वविद्यालय के माइकल स्कुलिन कहते हैं, अच्छी नींद लेने से परीक्षा में किसी प्रकार के नुकसान की बजाए मदद मिली। यह छात्रों की उस विचारधारा के एकदम विपरीत है कि उन्हें या तो पढ़ाई कुर्बान करनी पड़ेगी या अपनी नींद।

विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर एलिस किंग कहते हैं, छात्र यह जानते हैं कि स्कूल का काम समाप्त करने के लिए नींद कुर्बान करना उचित नहीं है लेकिन वे मान लेते हैं कि उनके पास कोई विकल्प नहीं है और वे मान लेते हैं कि कोर्स का काम, अन्य गतिविधियों तथा नौकरी और अन्य कामों के लिए दिन के घंटे पर्याप्त नहीं है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

मोहन भागवत के बयान पर भड़के असदुद्दीन ओवैसी, बोले- RSS और मुसलमान समंदर के 2 किनारे हैं जो...

Operation Sindoor से Pakistan में कैसे मची थी तबाही, सामने आया नया वीडियो

लश्कर का खूंखार आतंकी सैफुल्लाह खालिद पाकिस्तान में ढेर, भारत में हुए 3 बड़े आतंकी हमलों में था शामिल

दरवाजे पर बारात और दुल्हन ने दुनिया को कहा अलविदा, झोलाछाप डॉक्टर के कारण मातम में बदली खुशियां

हिमाचल में साइबर हैकरों ने की 11.55 करोड़ की ठगी, सहकारी बैंक के सर्वर को हैक कर निकाले रुपए

सभी देखें

नवीनतम

Vastu Tips: कामयाबी की ओर बढ़ते कदम: कार्यस्थल पर तरक्की पाने के 10 उपाय

कितनी है कर्नल सोफिया कुरैशी की सैलरी, जानिए भारतीय सेना में इस पोस्ट का वेतनमान

सैनिक स्कूल में कैसे होता है एडमिशन, जानिए फीस, परीक्षा और सिलेक्शन का पूरा प्रोसेस

HPBOSE 10th Result : हिमाचल बोर्ड के 10वीं कक्षा के नतीजे घोषित, लड़कियों ने हासिल किए शीर्ष 7 स्थान

CBSE Toppers List नहीं होगी जारी, टॉप 0.1 प्रतिशत छात्रों को दिए जाएंगे Certificate, जानिए क्या है कारण

अगला लेख