नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रही गिरावट तथा स्थानीय बाजार में सामान्य कारोबार से गुरुवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 30,000 रुपए प्रति 10 ग्राम पर ही टिका रहा, हालांकि सिक्का निर्माताओं की मांग निकलने से चांदी 200 रुपए चमककर 44,000 के आंकड़े के पार 44,050 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई।
विश्लेषकों का कहना है कि स्थानीय बाजार में सोने की जेवराती मांग बरकरार है लेकिन विदेशी बाजारों में इसकी चमक फीकी पड़ गई है जिससे स्थानीय स्तर पर भी पीली धातु पर दबाव बना हुआ है।
लंदन में सोना 2.00 डॉलर लुढ़ककर 1244.95 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। इस दौरान अमेरिकी सोना वायदा भी 4.7 डॉलर गिरकर 1245.30 डॉलर प्रति औंस बोला गया।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा इस महीने ब्याज दरों में बढोतरी करने के संकेत देने से दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर में तेजी आई है जिससे अंतराष्ट्रीय स्तर पर पीली धातु पर दबाव है। सोने की कीमतों पर बिकवाली का दबाव भी है। इस दौरान चांदी 0.2 प्रतिशत चमककर 18.38 डॉलर प्रति औंस बोली गई।
घरेलू बाजार में सामान्य मांग के बीच सोना स्टैंडर्ड 30,000 रुपए पर टिका रहा। इसी तरह सोना बिटुर 29,850 रुपए प्रति 10 ग्राम के भाव पर और गिन्नी 24,500 रुपए प्रति 8 के स्तर पर टिकी रही।
वैश्विक स्तर पर चांदी में रही तेजी तथा स्थानीय बाजार में सिक्का निर्माताओं के उठाव के बढ़ने से चांदी हाजिर 200 रुपए चमककर 44,050 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई। चांदी वायदा भी 70 रुपए उछलकर 43,220 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई, हालांकि सिक्का लिवाली और बिकवाली क्रमश: 74 और 75,000 प्रति सैकड़ा के भाव पर टिके रहे।
कारोबारियों का कहना है कि घरेलू बाजार में सोने की जेवराती मांग ठीक-ठाक है लेकिन वैश्विक स्तर पर रही गिरावट से इसकी मांग में सुधार नहीं हो पाया है। (वार्ता)