मुंबई। वाहनों की बिक्री के बेहतर आंकड़ों, चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में जीडीपी के 7.0 प्रतिशत रहने और अधिकतर विदेशी बाजारों के बढ़त में रहने से 2 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद बीएसई के 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स कारोबार के अंतिम घंटे में हुई जोरदार मुनाफावूसली से 144.70 अंक टूटकर 28,839.79 अंक पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 46.05 अंक लुढ़ककर 8,899.75 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान बड़ी कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों में भी जमकर मुनाफावसूली हुई। बीएसई का मिडकैप 1.41 प्रतिशत अर्थात 191.78 अंक लुढ़ककर 13,377.78 अंक पर और स्मॉलकैप 1.30 फीसदी अर्थात 178.34 अंक गिरकर 13,574.48 अंक पर रहा।
अमेरिकी कांग्रेस में दिए गए अपने पहले भाषण में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लहजे में नरमी से निवेशकों की धारणा मजबूत हुई जिससे अधिकतर एशियाई बाजारों में तेजी रही। अमेरिकी शेयर बाजार भी बढ़त में रहे और इस महीने अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर बढाए जाने के मजबूत संकेत से दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर में भी तेजी दर्ज की गई है।
मध्यम आय वर्ग के लिए भारी कर छूट, कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती, बुनियादी ढांचों पर अधिक खर्च करने और नियमों के सरलीकरण करने के संबंध में दिए गए ट्रंप के भाषण से अमेरिकी शेयर बाजारों में जबरदस्त उछाल आया है और इसका असर अन्य प्रमुख विदेशी शेयर बाजारों पर भी सकारात्मक पड़ा है।
ट्रंप के भाषण और घरेलू स्तर पर वाहनों की बिक्री के मजबूत आंकड़ों के दम पर सेंसेक्स बुधवार की बढ़त को बरकरार रखते हुए गुरुवार को 132.89 अंक ऊपर 29,117.38 अंक पर खुला। ऑटो समूह में हुई जबरदस्त लिवाली के बल पर यह बढ़त के साथ जनवरी 2015 के बाद के उच्चतम स्तर 29,145.62 अंक पर पहुंच गया।
रियल्टी सहित अन्य समूहों में हुई मुनाफावूसली के दबाव में यह 28,784.31 अंक के निचले स्तर तक उतर गया। कारोबार समाप्ति पर यह गत दिवस की तुलना में 0.50 फीसदी लुढ़ककर 28,839.79 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में गुरुवार को मात्र 8 कंपनियां बढ़त में रही जबकि शेष 22 कंपनियों के शेयरों के भाव लुढ़क गए।
सेंसेक्स के समान निफ्टी भी 37.05 अंकों की बढ़त लेकर 8982.85 अंक पर खुला। यह कारोबार के दौरान 9,000 के आकंड़े के से थोड़ा पीछे 8,992.50 अंक उच्चतम स्तर तक पहुंचा लेकिन दिनभर हरे निशान में रहने के बाद अंतिम घंटे में यह लाल निशान में 8,879.80 के निचले स्तर तक उतर गया।
बाद में इसका हल्का सुधार आया और गत दिवस की तुलना में 0.51 फीसदी लुढ़ककर 8,899.75 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 51 में मात्र 16 कंपनियों में तेजी रही और शेष 35 गिरावट में रहीं। बीएसई में कुल 3,044 कंपनियों में कारोबार हुआ, जिनमें से 1,930 गिरावट में, 957 बढ़त में और 157 पिछले दिवस के स्तर पर टिके रहे।
अधिकतर यूरोपीय बाजारों में तेजी रही जबकि एशियाई बाजारों में मिश्रित रुख रहा। यूरोप के बाजारों में ब्रिटेन का एफटीएसई शुरुआती कारोबार में 0.05 प्रतिशत की बढ़त में खुला। एशियाई बाजारों में जापान का निक्की 0.88 प्रतिशत और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.53 प्रतिशत की बढ़त में रहा जबकि हांगकांग का हैंगसेंग 0.20 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.50 प्रतिशत की गिरावट में रहे।
बीएसई के 20 में से ऑटो को छोड़कर अन्य सभी 19 समूह गिरावट में रहे। ऑटो में 0.28 प्रतिशत की बढ़त रही। रियल्टी समूह में सबसे अधिक 4.34 प्रतिशत की गिरावट रही। इसके अलावा बिजली में 1.91 फीसदी, यूटिलिटीज में 1.79 फीसदी, दूरसंचार में 1.69, स्वास्थ्य में 1.53, पीएसयू में 1.59, तेल एवं गैस में 1.35, बैंकिंग में 1.14, वित्त में 1.11, ऊर्जा में 0.72, धातु में 0.53, टेक में 0.45, बेसिक मैटेरियल्स में 0.70, सीडीजीएस में 0.64, इंडस्ट्रियल्स में 0.30, आईटी में 0.18, कैपिटल गुड्स में 0.45 और सीडी में 0.40 फीसदी की गिरावट रही।
सेंसेक्स की 30 में मात्र 8 कंपनियों टाटा मोटर्स 2.66 फीसदी, बजाज ऑटो 2.12, हीरो मोटोकॉर्प 1.37, टीसीएस 0.85, हिंदुस्तान यूनीलीवर 0.35, विप्रो 0.23, कोल इंडिया 0.19 और सिप्ला के शेयर 0.14 प्रतिशत बढ़त में रहे।
इनके अलावा सभी 22 कंपनियों के शेयरों के भाव लुढ़क गए जिसमें सबसे अधिक घाटा अदानी पोटर्स को उठाना पड़ा जिसके शेयर 3.07 फीसदी लुढ़क गए। इसके साथ ही सनफार्मा के शेयरों में 2.63, एनटीपीसी में 2.50, डॉ. रेड्डीज में 1.98, महिंद्रा एंड महिंद्रा में 1.90, भारतीय स्टेट बैंक 1.82, भारती एयरटेल में 1.71, आईटीसी में 1.51, पॉवरग्रिड 1.45, एक्सिस बैंक में 1.36, गेल में 1.31, टाटा स्टील में 1.05, एचडीएफसी बैंक में 0.74, ओएनजीसी में 0.62, ल्यूपिन में 0.47, इंफोसिस में 0.42, आईसीआईसीआई बैंक में 0.27, एशियन पेंट्स में 0.24, एचडीएफसी में 0.20, रिलायंस में 0.07, मारुति में 0.04 औ एल एंड टी में 0.02 फीसदी की गिरावट रही। (वार्ता)