बड़वानी (मध्यप्रदेश)। एग्रीटेक इनोवेशन कंपनी फार्मकार्ट ने ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में लास्ट माइल डिलीवरी की समस्या के निवारण के लिए एक एप्लीकेशन U2U (यूटूयू) डिलीवरी की शुरुआत की है। U2U या 'यूजर टू यूजर' दूरस्थ और ग्रामीण स्थानों में किसानों के लिए लास्ट माइल डिलीवरी की समस्या को दूर करने की दिशा में एक अभूतपूर्व कदम है।
U2U डिलीवरी एप (Google play store पर उपलब्ध है और जल्द ही App store पर भी उपलब्ध होगा) का उपयोग करके कोई भी अपने सुविधाजनक समय पर अपने गांव या समुदाय में उत्पादों को पिक करके वितरित कर सकता है।
फार्मकार्ट के सीईओ अतुल पाटीदार के अनुसार गांवों में सभी एक-दूसरे से परिचित होते हैं और लोगों में एक मजबूत सामुदायिक भावना होती है। ग्रामीण आबादी का एक हिस्सा हर दिन किसी न किसी उद्देश्य से आस-पास के शहरों में जाता है। वे इन यात्राओं का उपयोग अपने साथी ग्रामीणों की मदद करने और उनके लिए शहरों से कुछ खरीदकर लाने के लिए भी करते हैं। हमने इस सांस्कृतिक पहलू का उपयोग करके ही यू 2 यू (U2U) डिलीवरी को बनाया है।
कंपनी के अधिकारियों के अनुसार गांवों में लास्ट माइल डिलीवरी हमेशा से ही एक चुनौती रही है। कूरियर सेवाओं से सामान पहुंचाने में न्यूनतम 7-10 दिन लगते हैं और आंतरिक वितरण सेवाएं बहुत महंगी भी होती हैं। इसके अलावा कई दूरस्थ स्थान अब भी प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों के वितरण मानचित्र पर मौजूद नहीं हैं।
यूजर टू यूजर लास्ट माइल डिलीवरी से संबंधित कई चुनौतियों का हल करता है और कंपनी और ग्राहकों दोनों के लिए कई उद्देश्यों की पूर्ति करता है। गांवों में लोग एक-दूसरे को व्यक्तिगत रूप से जानते हैं। इसलिए यू2यू डिलीवरी कम समय में हो जाती है। जो भी उपयोगकर्ता डिलीवरी के लिए सामान पिक करते हैं, वे पहले से ही डिलीवरी का पता जानते हैं।
इसके अलावा डिलीवर करने वाले उत्पाद को पिक करते समय डिलीवरी सेंटर में ही इसकी जांच करते हैं जिससे रिटर्न की संभावना भी कम हो जाती है। गौरतलब है कि रिटर्न किसी भी ई-कॉमर्स कंपनी के सबसे बड़े खर्चों में शामिल है।
सीईओ पाटीदार ने कहा कि यू 2 यू डिलीवरी से स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल रहा है और सामुदायिक स्तर पर संसाधन अनुकूलन की ओर भी यह एक बड़ा कदम है। जो भी किसान अपने समुदाय में किसी उत्पाद को सफलतापूर्वक डिलीवर करता है, उसे वितरण के लिए भुगतान किया जाता है। अधिकारियों ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 80 प्रतिशत किसानों को अतिरिक्त आय की आवश्यकता होती है।
इस सेवा को उपयोगकर्ता के लिए और भी सुविधाजनक बनाने के लिए फार्मकार्ट ने शहरों के बाहर राजमार्गों पर पिकअप पॉइंट भी बनाए हैं। अपने डिजिटल अग्रोनोमिस्ट UIC की सफलता के बाद यू 2 यू डिलीवरी मॉडल को फार्मकार्ट अपनी दूसरी सबसे बड़ी सफलता के रूप में देखता है। फार्मकार्ट मध्यभारत का पहला एग्रीटेक इनोवेशन स्टार्टअप है, जो बड़वानी में स्थित है।