ज्योतिष अनुसार यह भगवान गणेश और लाल किताब अनुसार माता दुर्गा का दिन है। परंतु इसके देवता बुध हैं जो चंद्रमा के पुत्र हैं। कमजोर मस्तिष्क वालों को बुधवार के दिन उपवास रखना चाहिए, क्योंकि बुधवार का दिन बुद्धि प्राप्ति का दिन होता है। बुद्धवार के व्रत से बुध ग्रह की शांति तथा धन, विद्या और व्यापार में वृद्धि होती है।
बुध ग्रह और लाल किताब :
1. बुध ग्रह यदि कमजोर है तो लाल किताब के अनुसार सूंघने की शक्ति क्षीण हो जाती है और जातक तुतलाने लगता है।
2. समय पूर्व ही दांत खराब हो जाते है। मित्र से संबंध बिगड़ जाते हैं।
3. बुध यदि केतु और मंगल के साथ है तो मंदा फल मिलता है।
4. शत्रु ग्रहों से ग्रसित बुध का फल मंदा ही रहता है। विशेषत: यह नौकरी या व्यापार में नुकसान दे सकता है।
5. संभोग की शक्ति क्षीण कर देता है।
6. इसके अलावा आपके मकान की स्थिति भी बुध के खराब होने की निशानी बताता है। बुध के मकान के चारों ओर खाली जगह होती है। हो सकता है कि यह मकान सभी मकानों से अलग अकेला ही हो। मकान के साथ चौड़े पत्तों के वृक्ष होंगे। गुरु और चंद्र के वृक्ष के साथ न होगा और अगर हुआ तो वह घर बुध की दुश्मनी का पुख्ता प्रमाण माना जाएगा।
बुध ग्रह के उपाय :
1. दुर्गा माता की भक्ति करें।
2. बुधवार के दिन दुर्गा माता के मंदिर में जाएं और उन्हें हरे रंग की चूड़ियां चढ़ाएं या 9 कन्याओं को हरे रंग का रुमाल बांटें।
3. माता का मंत्र ॐ दुर्ग दुर्गाय नम: का जाप करें।
4. बुधवार को नाक छिनवाकर दूसरे दिन गुरु का दान करें और नाक में 43 दिन तक चांदी का तार डालकर रखें।
5. बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं।
6. साबुत हरे मूंग का दान करें और सबसे जरूरी यह कि झूठ ना बोलें।
7. बुधवार के दिन तुलसी का गिरा हुआ पत्ता धोकर खाना बहुत शुभ होता है।