LOC पर सेना ने फेल किया डबल घुसपैठ का प्लान
पहली बार आतंकियों का साथ देने पाक सेना ने भेजा क्वाडकाप्टर
Jammu kashmir news : बारामुल्ला जिले के उड़ी इलाके के गोहाला सेक्टर में रविवार तड़के LOC पार कर इस ओर आने वाले आतंकियों के एक गुट से मुठभेड़ में सेना का एक जेसीओ जख्मी हो गया। उसे श्रीनगर के सैनिक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है। अंतिम समाचार मिलने तक घुसने की कोशिश करने वाले आतंकी अभी मिले नहीं थे। इस घुसपैठ के प्रयास की खास बात यह थी कि पाक सेना ने पहली बार आतंकियों और क्वाडकाप्टर की दोहरी घुसपैठ एक ही समय पर करवा कर भारतीय सेना को चौंकाया था।
सेना के प्रवक्ता ले कर्नल एमरान मुसवी के मुताबिक, पाक सेना ने पहली बार आतंकियों की मदद की खातिर रिमोट संचालित इस क्वाडकाप्टर को एलओसी के उस एरिया में भारतीय क्षेत्र में उड़ाया था जहां भारतीय जवान आतंकियों की घुसपैठ से जूझ रहे थे।
उन्होंने बताया कि इस घुसपैठ के प्रयास के बाद इलाके में छेड़े गए आपरेशन हरि के तहत भारतीय जवानों ने हिम्मत दिखाते हुए एकसाथ दोनों मोर्चों पर पाकिस्तानी पक्ष को मात दी। पाक सेना द्वारा भारतीय क्षेत्र में उड़ाया जा रहा क्वाडकाप्टर कुछ गोलियों की बौछार के बाद ही एलओसी के पार जा गिरा।
हालांकि अभी तक यह सुनिश्चित नहीं हो पाया था कि घुसपैठ का प्रयास करने वालों की संख्या कितनी थी पर सूत्रों के बकौल उनमें से एक या दो गोली लगने से जख्मी जरूर हुए हैं। यह दावा तलाशी अभियान के दौरान मिलने ताजा खून के धब्बों के आधार पर किया गया था। इतना जरूर था कि घुसपैठियों के साथ हुई मुठभेड़ में भारतीय सेना का एक जेसीओ अधिकारी गंभीर रूप से जख्मी हो गया था जिसे श्रीनगर के 92 बेस सैनिक अस्पताल पहुंचाया गया था जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
प्रवक्ता का कहा था कि इलाके में छुपे हुए आतंकियों की तलाश में व्याप्क तलाशी अभियान चलाया जा रहा है और उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही इन आतंकियों को या तो मार गिराया जाएगा या फिर पकड़ लिया जाएगा। वे इस संभावना से भी इंकार नहीं करते थे कि कुछेक आतंकी घुसपैठिए वापस एलओसी पार कर पाक कब्जे वाले कश्मीर में वापस लौटने में सफल हो सकते हैं।
सैन्य प्रवक्ता ने इसे माना कि पहली बार घुसपैठ के प्रयास के दौरान घुसपैठियों की मदद की खातिर पाकिस्तानी सेना द्वारा मुठभेड़ और तलाशी अभियान वाले क्षेत्र में क्वाडकाप्टर उड़ाने की पहली घटना ने इसे फिर साबित किया है कि एलओसी पर ऐसी कोशिश करने वालों और पाक सेना के बीच गहरा नाता है। यह बात अलग है कि पाक सेना ऐसी घुसपैठों को समर्थन देने से हमेशा इंकार करते हुए घुसपैठियों को भटके हुए लोग करार देती रही है और कभी भी एलओसी पर मारे गए पाकिस्तानी नागरिकों के शवों को वापस लेने के लिए तैयार नहीं होती है।