नई दिल्ली। कोरोना काल में तरह-तरह की अफवाहें और फेक खबरें सोशल मीडिया पर चल रही है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने स्पष्ट किया कि वह अपने योनो (YONO)प्लेटफॉर्म से ग्राहकों को किसी तरह का आपातकालीन लोन या इमरजेंसी लोन नहीं दे रहा है।
खबरें थीं कि एसबीआई 45 मिनट के भीतर 5 लाख रुपए तक के इमरजेंसी लोन का ऑफर दे रहा है। खबरों में कहा गया है कि यह लोन 10.5 प्रतिशत की ब्याज दर पर दिया जाएगा और ईएमआई (किस्तें) 6 महीने की अवधि के बाद शुरू होगी।
एसबीआई ने इस पर पूरी तरह स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि योनो के माध्यम से एसबीआई इमरजेंसी लोन स्कीम के बारे में व्यापक रूप से खबरें चल रही हैं। हम स्पष्ट करना चाहेंगे कि एसबीआई इस तरह का कोई लोन नहीं दे रहा है। हम अपने ग्राहकों से भी इन अफवाहों पर विश्वास न करने का आग्रह करते हैं।
इसे लेकर एसबीआई ने एक ट्वीट के जरिए भी अपने ग्राहकों को अलर्ट किया। हालांकि एसबीआई ने कहा कि वह अपने उन वेतनभोगी ग्राहकों को राहत देने के लिए योनो के माध्यम से एक प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन लोन की पेशकश शुरू करने की प्रक्रिया में है। कोरोना वायरस महामारी से पैदा हुए संकट के चलते जो ग्राहक नकदी समस्या से जूझ रहे हैं, उनके लिए यह सुविधा शुरू करने पर काम चल रहा है।
योनो यानी 'यू ओनली नीड वन', एसबीआई का एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है। इसके जरिए एसबीआई अपने ग्राहकों को बैंकिंग, खरीदारी जीवनशैली और निवेश की जरूरतों के लिए एक ही जगह समाधान प्रदान करता है। एप की शुरुआत एसबीआई ने 2017 के नवंबर में की थी।