13 रन प्रति ओवर की सलामी बल्लेबाजी है कोलकाता की सफलता की निशानी
आक्रामक होने के अलावा रणनीति के अनुसार मैच भी खेल सकती है केकेआर : नायर
कोलकाता नाइट राइडर्स पिछले कुछ समय से आईपीएल में प्रतिष्ठा के अनुरुप प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे। इसका मुख्य कारण पॉवरप्ले यानि कि पहले 6 ओवरों में कमोबेश धीमी बल्लेबाजी रही है। साल 2022 में कोलकाता की सलामी बल्लेबाजी ने 6 की स्ट्राइक रेट से और 15 की औसत से रन बनाए थे। साल 2023 में यह प्रदर्शन सुधरा और प्रदर्शन 8 की स्ट्राइक रेट और 22 की औसत पर आया।
लेकिन साल 2024 के मौजूदा सत्र में कोलकाता के सलामी बल्लेबाजों ने 13 रन प्रति ओवर के हिसाब से रन बनाए हैं और औसत भी 57 रनों का है। हालांकि इसमें से 1 मैच कोलकाता का दिल्ली के खिलाफ था जहां उन्होंने 272 रन मारे।
कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के सहायक कोच अभिषेक नायर ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) मैच से पहले रविवार को यहां कहा कि टीम के बल्लेबाजों ने अभी तक आक्रामक प्रदर्शन किया है लेकिन वे परिस्थितियों का आकलन करने के बाद रणनीति के अनुसार भी खेल सकते हैं।
केकेआर ने अब तक अपने शुरुआती तीन मैच में जीत हासिल की है जिसमें उनकी बल्लेबाजी मुख्य आकर्षण रही है। इसमें से पिछले दो मौकों पर उन्होंने 200 से अधिक का स्कोर बनाया है।
नायर ने प्रेस कांफ्रेस में कहा, इस प्रारूप में हमेशा आक्रामक रहना अच्छा होता है, भले ही यह पावरप्ले में हो या आखिरी छह ओवर में। या फिर बीच के ओवर में। इसमें जैसी परिस्थिति हो वैसा खेलना होता है।
उन्होंने कहा, आक्रामकता के अलावा आपको रणनीति के अनुसार भी खेलना होता है। साथ ही आक्रामकता के कार्यान्वयन में सक्षम होना आक्रामकता से अलग है। इसलिये श्रेय बल्लेबाजों को जाता है कि वे कैसी बल्लेबाजी करते हैं और यह उनके रनों की संख्या से दिखता है।