पुणे। विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु शनिवार को चेन्नई सुपरकिंग्स के नए घरेलू मैदान पर जीत के साथ अपनी पिछली शिकस्त का बदला लेने और आईपीएल-11 में अपनी स्थिति सुधारने के लक्ष्य के साथ अगले मैच में उतरेगी वहीं महेंद्र सिंह धोनी की टीम यहां अपनी जीत का 'चौका' लगाने की कोशिश करेगी।
चेन्नई ने बेंगलुरु को उसी के घरेलू मैदान पर पिछले मैच में बड़े लक्ष्य के बावजूद पांच विकेट से हराया था और अब बारी विराट की है जो चेन्नई को उसके नए मैदान पुणे में मात देकर पिछली शिकस्त का बदला चुकता कर सकते हैं। हालांकि दोनों टीमों की स्थिति पर नज़र डालें तो उसमें बड़ा अंतर दिखता है, जहां चेन्नई नौ मैचों में छह जीत और तीन हार के बाद दूसरे पायदान पर है तो वहीं बेंगलुरु आठ मैचों में तीन ही जीत सकी है, वह फिलहाल पांचवें पायदान पर है और आगे उसकी राह आसान नहीं है।
भारतीय टीम के स्टार खिलाड़ी और तीनों प्रारूपों के कप्तान विराट के लिए अगले अहम मैच से पूर्व राहत की बात उसके स्टार स्कोरर दक्षिण अफ्रीका के एबी डीविलियर्स की टीम में वापसी है जो पिछले कुछ मैचों में नहीं खेले हैं। आरसीबी ने पिछले मैच में खराब दौर से गुज़र रही मुंबई इंडियन्स को 14 रन के अंतर से हराया था जबकि चेन्नई ने दिल्ली डेयरडेविल्स को इसी मैदान पर 13 रन से पराजित किया था।
चेन्नई के लिए पुणे का मैदान भी काफी भाग्यशाली रहा है और उसने यहां खेले पिछले तीनों मैचों में राजस्थान, मुंबई और दिल्ली तीनों को पराजित किया है और उसकी कोशिश रहेगी कि वह बेंगलुरु के खिलाफ इस मैदान पर अपनी लगातार चौथी जीत भी दर्ज कर ले। विराट आठ मैचों में 58.16 के औसत से 349 रन बनाकर बेंगलुरु के लिए शीर्ष स्कोरर हैं जबकि छह मैचों में डीविलियर्स ने 56 के औसत से 280 रन बनाए हैं जिसमें उनकी नाबाद 90 रन की पारी अहम है। हालांकि पिछले चार दिनों से बुखार से परेशान दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी ने वापसी की पुष्टि की है।
न्होंने कहा, मैं अब वापस इंसान जैसा महसूस कर रहा हूं। मुझे वायरल हो गया था जिसके कारण मैं चार दिनों से बिस्तर में पड़ा था। लेकिन अब मैं ठीक हूं। मैंने बेंगलुरु के लिए पिछले दो मैच नहीं खेले जो अच्छी बात नहीं है लेकिन चेन्नई के खिलाफ मैं खेलूंगा। बेंगलुरु इस समय प्लेऑफ की राह मजबूत करने के लिए खेल रही है और शेष सभी मैच उसके लिए बहुत अहम हो गए हैं। मनदीप सिंह, क्विंटन डी काक, ब्रैंडन मैकुलम, मनन वोहरा और कॉलिन डी ग्रैंडहोमे सभी टीम के अच्छे स्कोरर हैं जबकि गेंदबाज़ों में उसके पास तेज़ गेंदबाज़ उमेश यादव हैं जो 23.63 के औसत से सर्वाधिक 11 विकेट ले चुके हैं।
युजवेंद्र चहल, क्रिस वोक्स की भी अगले मैच में अहम भूमिका रहेगी। वहीं चेन्नई के पास सबसे संतोषजनक क्रम है। शेन वाटसन, फाफ डू प्लेसिस, सुरेश रैना, अंबाती रायुडू और धोनी उसके मैच विजेता खिलाड़ियों में हैं तो वाटसन, इमरान ताहिर, ड्वेन ब्रावो, दीपक चहर सभी ने अच्छी गेंदबाजी की है। हालांकि ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा टीम की कमजोर कड़ी हैं जिन्होंने नौ मैचों में 59 रन बनाए हैं जिसमें 19 रन उनकी बड़ी पारी है तो वहीं इतने ही मैचों में तीन ही विकेट ले सके हैं। वहीं खराब फील्डिंग और कैच टपकाने के कारण जडेजा की अंतिम एकादश में जगह पर भी सवाल उठ रहे हैं। (वार्ता)