इंदौर। यदि आईपीएल-11 के मैच में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम राजस्थान रॉयल्स को 6 विकेट से हराने में सफल रहा है तो हार का ठीकरा अकेले कप्तान अजिंक्य रहाणे के सिर पर फोड़ना बेमानी ही होगी।
आईपीएल के इस सत्र में रहाणे की आलोचना की जा रही है कि वे कमजोर कप्तान साबित हो रहे हैं। आलोचकों को यह भी सोचना चाहिए कि जिस टीम में बेन स्ट्रोक जैसा 12 करोड़ 50 लाख में खरीदा गया खिलाड़ी ही करिश्मा नहीं दिखा रहा हो, ऐसे में भला कप्तान कहां तक दम मारेगा?
इंदौर के होलकर स्टेडियम पर टॉस हारने के बाद राजस्थान रॉयल्स ने पहले बल्लेबाजी की चुनौती को स्वीकार किया और 20 ओवर में 9 विकेट पर 152 रन बनाए। जवाब में पंजाब ने 18.4 ओवर में 4 विकेट पर 155 रन बनाकर यह मैच 6 विकेट से जीत लिया।
इंदौर जैसे छोटे मैदान पर 152 रनों की रक्षा करने की हारी हुई लड़ाई अजिंक्य रहाणे ने 19वें ओवर तक लड़ी। 17वें ओवर में आर्चर ने 16 और 18वें ओवर में जयदेव उनादकट ने 15 रन लुटाए। दोनों के ही ओवर में केएल राहुल ने छक्के जड़कर दबाव कर डाला। यही दो ओवर मैच का टर्निंग पाइंट साबित हुए।
मैच में एक समय ऐसा भी आया जब पंजाब को 31 गेंदों में 52, 23 गेंद में 41, 12 गेंदों में 12 और 9 गेंद में 2 रन की जरूरत थी। राहुल ने इस आईपीएल का तीसरा और आईपीएल कॅरियय का सातवां अर्धशतक जमाकर रहाणे की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
राहुल मैच दर मैच खुद के प्रदर्शन को बेहतर बनाते जा रहे हैं। उन्होंने 54 गेंदों में नाबाद 84 रनों की पारी खेली, जिसमें 3 चौके और 7 छक्के शामिल थे। यह उनका आईपीएल में उच्चतम स्कोर है। राजस्थान के लिए इस आईपीएल में अब 5 मुकाबले बचे हैं और पांचों मुकाबलों की जीत ही उसे प्लेऑफ में पहुंचा सकती है। (वेबदुनिया न्यूज)