विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक डॉ. जाकिर नाइक पर मलेशिया ने शिकंजा कस दिया है। मलेशिया ने जाकिर नाइक के धार्मिक उपदेश देने पर पाबंदी लगा दी है।
खबरों के अनुसार, राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए जाकिर नाइक के उपदेश देने पर प्रतिबंध लगाया गया है। समाचार पत्र 'मलय मेल' की खबर के मुताबिक, मलेशिया भर में पुलिस को इस संबंध में सर्कुलर जारी किया गया है। विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक मलेशिया में दिक्कतें बढ़ने के बाद अब कानूनी दांवपेंच का इस्तेमाल कर रहा है।
मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मुहम्मद 3 दिन पहले ही यह कह चुके हैं कि अगर यह साबित हो गया कि नाइक की गतिविधियां मलेशिया के लिए नुकसानदेह हैं तो उसका स्थाई निवासी (परमानेंट रेसीडेंट) दर्जा वापस लिया जा सकता है।
हिन्दुओं और चीनियों पर विवादित टिप्पणी : नाइक पर आरोप है कि उसने 3 अगस्त को कोटा बारू में एक तक़रीर के दौरान मलेशियाई हिन्दुओं और मलेशियाई चीनियों के खिलाफ विवादित टिप्पणी की। मलेशिया से उनके निर्वासन के आह्वान का जवाब देते हुए मलेशियाई चीनी ने कहा कि पहले उन्हें देश छोड़ देना चाहिए, क्योंकि वे 'पुराने मेहमान' हैं।
खबरों के मुताबि, जाकिर ने कहा कि मलेशिया में जातीय हिन्दुओं को भारत में मुसलमानों की तुलना में '100 गुना अधिक अधिकार' मिले हुए हैं। उसने यह भी कहा था कि वह मलेशियाई सरकार से ज्यादा भारत सरकार में विश्वास करता है।