न्यूयार्क। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मंगलवार को शिष्टाचार बैठक की लेकिन इस संक्षिप्त बैठक में मौजूदा रोहिंग्या संकट पर चर्चा नहीं की गई।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया, 'बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के साथ हुई मुलाकात शिष्टाचार बैठक थी। यह बहुत संक्षिप्त बैठक थी। चर्चा के दौरान बैठक में रोहिंग्या के मामले पर चर्चा नहीं हुई।'
उन्होंने बैठक के बाद एक ट्वीट में कहा, 'गर्मजोशी से भरपूर यह मुलाकात हमारे ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को प्रतिबिम्बित करती है। विदेश मंत्री ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से शिष्टाचार मुलाकात की।'
बांग्लादेश में म्यांमार से बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुसलमान आ रहे हैं। बांग्लादेश ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप करने और इस पलायन से निपटने के लिए म्यामां पर दबाव बनाने की अपील की है।
संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के अनुसार 25 अगस्त को हुई ताजा हिंसा के बाद से म्यांमार के राखिन राज्य से 4,10,000 से अधिक रोहिंग्या मुसलमान बांग्लादेश में पहुंचे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार म्यामां के राखिन राज्य में पुलिस चौकियों पर रोहिंग्या उग्रवादियों के हमले के बाद हिंसा शुरू हो गई थी।
सीमा पार करने वाले कई लोगों ने म्यामांर के सुरक्षा बलों और भीड़ द्वारा बलात्कार, हत्या और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिए जाने की घटनाओं के बारे में बताया है। (भाषा)