नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने मानव मल को संभावित खाद्य सामग्री के रूप में विकसित करने की प्रणाली विकसित की है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे मंगल या अन्य स्पेस मिशनों पर गए अंतरिक्ष यात्रियों के लिए खाने की समस्या का हल निकाला जा सकेगा।
इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिकों ने माइक्रोब्स का इस्तेमाल कर मानव मल में से सॉलिड और लिक्विड को ब्रेक कर उसमें से प्रोटीन और फैट के तत्वों को निकालकर खाद्य सामग्री तैयार करने का दावा किया है।
अमेरिका की पेन्सिलवेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी के माइक्रोब रिसर्चर प्रोफेसर क्रिस्टोफर हाउस ने कहा, 'हमने ऐस्ट्रनॉट्स के वेस्ट को माइक्रोब्स की मदद से ट्रीट किया और उससे यह प्रयोग सामने आया है।' उन्होंने कहा, 'यह थोड़ा अलग है। हालांकि इस पर अभी कुछ और काम किए जाने की जरूरत है।'
लाइफ साइंसेज इन स्पेस रिसर्च मैगजीन में प्रकाशित स्टडी में हाउस और उनकी टीम ने कहा कि माइक्रोब्स की मदद से ह्यूमन वेस्ट में मौजूद न्यूट्रंट रिच तत्वों को तलाश कर यह तैयार किया गया है। वैज्ञानिकों ने कहा कि 52 पर्सेंट प्रोटीन और 36 पर्सेंट फैट कॉन्टेंट के साथ यह मनुष्यों के लिए खाद्य सामग्री के तौर पर उपयोग में लाया जा सकता है।
रिसर्चर्स ने कहा कि उनकी स्टडी को अभी लागू नहीं किया जा सकता है, लेकिन स्पेसक्राफ्ट में मौजूदगी के दौरान इसे फूड विकल्प के तौर पर लिया जा सकता है।