हैदराबाद। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) दिसबंर में पीएसएलवी से एक उपग्रह प्रक्षेपित करने की योजना बना रहा है। यह करीब डेढ़ महीने पहले एक नेविगेशन अंतरिक्ष यान को कक्ष में स्थापित करने वाले मिशन के असफल होने के बाद से होने वाला पहला प्रक्षेपण होगा।
इसरो के एक अधिकारी ने बताया कि इसरो, दिसबंर मध्य में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र या श्रीहरिकोटा हाई एल्टिट्यूड रेंज (एसएचएआर) से कार्टोसेट-दो श्रृंखला के उपग्रह मिशन को प्रक्षेपित करेगा।
कार्टोसेट-दो श्रृंखला में प्रक्षेपित होने वाला यह तीसरा उपग्रह होगा। इस वर्ष फरवरी में, पीएसएलवी-सी37 से कार्टोसेट श्रृंखला के पहले उपग्रह को 103 सह-यात्री उपग्रहों के साथ एक ही प्रक्षेपित किया गया था।
जून में भारत ने पीएसएलवी के लगातार सफल होने वाले 39वें मिशन में कार्टोसेट श्रृंखला दो के दूसरे उपग्रह को 30 सह-यात्री उपग्रहों के साथ प्रक्षेपित किया गया था।
लेकिन 31 अगस्त को पीएसएलवी-सी39 उड़ान द्वारा आईआरएनएसएस-1 एच नेविगेशन उपग्रह का प्रक्षेपण असफल हो गया था, जिसे इसरो के लिए एक झटका माना गया ।
एक अधिकारी ने बताया, हम कार्टोसेट-दो श्रृंखला के तीसरे उपग्रह को प्रक्षेपित करने की योजना बना रहे हैं जो कार्टोसेट-दो श्रृंखला के बाद का मिशन है, जिसका मुख्य लक्ष्य स्थानों के दृश्य विशिष्ट प्रतिबिंब को उच्च रिजॉल्यूशन में उपलब्ध कराना होगा।
उन्होंने कहा, उसके साथ कुछ विदेशी सह-यात्री उपग्रह...करीब 15 से 20 (छोटे उपग्रह) भी प्रक्षेपित किए जाएंगे। (भाषा)