मॉस्को/कीव/ वॉशिंगटन/ नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच इस समय तनाव चरम पर है। दोनों ही देशों ने एक दूसरे पर गोलीबारी का आरोप भी लगाया है।
रूस ने दावा किया कि यूक्रेनी सेना ने अलगाववादियों के कब्जे वाले डोनेट्स्क पर हमला किया। यूक्रेन में स्थित अमेरिकी दूतावास ने दावा किया है कि डोनबास में यूक्रेनी सरकार के नियंत्रण वाले क्षेत्र में रूस समर्थित अलगाववादियों ने एक स्कूल को निशाना बनाया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि हर संकेत यही बता रहे हैं कि रूस यूक्रेन पर हमला करने की पूरी तैयारी में है। इसके लिए रूस ने अलगाववादियों की सहायता से फाल्स फ्लैग ऑपरेशन भी चलाने की कोशिश की।
तैनात किए 7000 अतिरिक्त सैनिक : अमेरिका का कहना है कि रूस का यह दावा झूठा है और सैनिक कम करने के बजाय रूस ने यूक्रेन की सीमा पर 7 हजार अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती कर दी। दूसरी ओर रूस यूक्रेन पर हमले की खबरों को लगातार खारिज करता रहा है। उसकी मांग है कि यूक्रेन और सोवियत संघ के पूर्व देशों को नाटो में शामिल नहीं किया जाए।
भारत देगा अमेरिका का साथ : अमेरिका ने आशा व्यक्त की है कि यूक्रेन पर रूस के हमला करने की सूरत में भारत अमेरिका के साथ खड़ा होगा न कि रूस का समर्थन देगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बताया कि चार देशों (क्वाड) के विदेश मंत्रियों के बीच हाल में ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में हुई बैठक में रूस और यूक्रेन के मुद्दे पर चर्चा हुई।
भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के विदेश मंत्री इस बैठक में शामिल हुए थे। प्राइस ने कहा कि बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि इस मामले के राजनयिक-शांतिपूर्ण समाधान की जरूरत है। भारत सहित अन्य पड़ोसियों के खिलाफ चीन के आक्रामक रुख का प्रत्यक्ष जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बड़े देश छोटे देशों को परेशान नहीं कर सकते। किसी देश के लोग अपनी विदेश नीति, अपने साझेदार, गठबंधन सहयोगी आदि चुनने के हकदार हैं। ये सिद्धांत यूरोप की भांति हिंद प्रशांत क्षेत्र में भी समान रूप से लागू होते हैं।
भारत ने उड़ानों से प्रतिबंध हटाया : नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने द्विपक्षीय एयर बबल समझौते के तहत भारत और यूक्रेन के बीच संचालित होने वाली उड़ानों की संख्या पर लगा प्रतिबंध हटा दिया है, ताकि पूर्वी यूरोपीय देश में फंसे भारतीय स्वदेश लौट सकें। रूस के साथ बढ़ते तनाव के कारण यूक्रेन के मौजूदा हालात के बीच भारत ने अपने नागरिकों को यूक्रेन से अस्थायी रूप से लौटने की सलाह दी है।
मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक इसके अलावा विमानों में उपलब्ध कराई जाने वाली सीटों की संख्या पर लगे प्रतिबंध को भी हटा दिया गया है और मांग में वृद्धि के कारण भारतीय विमानन कंपनियों से यूक्रेन के लिए उड़ानों के संचालन की संभावना खंगालने को कहा गया है।