मेलबर्न। कांस्टेबल जीना अली न्यूजीलैंड पुलिस की पहली ऐसी कर्मी होंगी, जो बल की वर्दी में शामिल करने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया हिजाब पहनेंगी। मुस्लिम महिलाओं को सेवा में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के मकसद से देश में वर्दी में हिजाब को शामिल किया गया है।
जीना (30) के मन में न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में पिछले साल हुए आतंकवादी हमले के बाद मुस्लिम समुदाय की मदद के लिए पुलिस में शामिल होने की इच्छा पैदा हुई थी। इस हमले में दो मस्जिदों में 51 लोगों की मौत हो गई थी।
न्यूजीलैंड हेराल्ड ने बताया कि जीना इस सप्ताह पुलिस अधिकारी बन जाएंगी और साथ ही वह न्यूजीलैंड की पहली ऐसी पुलिसकर्मी होंगी जो वर्दी में शामिल किया गया हिजाब पहनकर ड्यूटी करेंगी। समाचार पत्र ने कहा कि जीना ने ऐसा हिजाब बनाने में पुलिस की मदद की, जो उनके काम और धर्म के अनुरूप हो।
जीना ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह अपने समुदाय-खासकर महिलाओं का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। उनका मानना है कि वर्दी में हिजाब को शामिल करने से अन्य महिलाएं भी बल में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित होंगी। जीना ने कहा, पुलिस की वर्दी में हिजाब को शामिल किए जाने का अर्थ है कि जो महिलाएं पहले पुलिसबल में शामिल होने के बारे में नहीं सोच सकती थीं, वे अब ऐसा कर सकती हैं।
यह देखना बहुत सुखद है कि पुलिस ने किस प्रकार मेरे धर्म और संस्कृति को समाहित किया।उन्होंने कहा कि पुलिसबल में शामिल होने के दौरान पुलिस कॉलेज में प्रशिक्षण के दौरान उनकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखा गया।
जीना ने कहा, मुसलमान समुदाय की मदद के लिए अधिक से अधिक मुस्लिम महिलाओं को आगे आने की आवश्यकता है।न्यूजीलैंड पुलिस ने 2008 में अपनी वर्दी में पगड़ी को शामिल किया था और नेल्सन कांस्टेबल जगमोहन माल्ही ड्यूटी पर पगड़ी पहनने वाले पहले अधिकारी बने थे।
बीबीसी ने एक रिपोर्ट में कहा कि ब्रिटेन में लंदन की मेट्रोपोलिटन पुलिस ने 2006 और स्कॉटलैंड पुलिस ने 2016 में वर्दी में हिजाब को अनुमति दी थी। ऑस्ट्रेलिया में विक्टोरिया पुलिस की माहा सुक्कर ने 2004 में हिजाब पहना था।(भाषा)