Pakistan nuclear test : पाकिस्तान लौटने के कुछ घंटों बाद, पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों का जिक्र किया और याद किया कि कैसे उन्होंने अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की 5 अरब अमेरिकी डॉलर की पेशकश के बावजूद 1998 में परमाणु परीक्षण कर भारत के परमाणु परीक्षण का करारा जवाब दिया था।
शरीफ अपनी पार्टी का नेतृत्व करने और जनवरी में संभावित आम चुनाव में रिकॉर्ड चौथी बार सत्ता में आने के प्रयास के तहत ब्रिटेन में चार साल के स्व-निर्वासन के बाद शनिवार को विशेष विमान से दुबई से स्वदेश लौट आए।
शरीफ ने लाहौर में एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आज कई साल बाद आपसे मिल रहा हूं, पर आपसे मेरा प्यार का रिश्ता वैसा ही है। इस रिश्ते में कोई अंतर नहीं आया है। मैं आपकी नजरों में जो प्यार देख रहा हूं, मुझे उस पर गर्व है।
शरीफ ने 1998 में विभिन्न देशों की सरकारों के भारी दबाव को याद किया जब पाकिस्तान भारत के परमाणु परीक्षण का जवाब देना चाहता था।
शरीफ ने कहा कि विदेश कार्यालय में रिकॉर्ड मौजूद होगा कि क्लिंटन ने मुझे पांच अरब अमेरिकी डॉलर की पेशकश की थी। यह 1999 में हुआ था...मुझे एक अरब डॉलर की पेशकश भी की जा सकती थी, लेकिन मैं पाकिस्तान की जमीन पर पैदा हुआ हूं और उसने मुझे पाकिस्तान के हक में जो भी है, उसे स्वीकार करने की अनुमति नहीं दी।
शरीफ ने अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी एवं पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुझे बताइए, अगर मेरी जगह कोई और होता, तो वह अमेरिका के राष्ट्रपति के सामने क्या यह बात कह सकता था?
उन्होंने मीनार-ए-पाकिस्तान में पीएमएल-एन की रैली में लगभग 60 मिनट के अपने संबोधन में कहा कि हमने परमाणु परीक्षण किया और भारत को परमाणु परीक्षण करने का करारा जवाब दिया। शरीफ ने कहा कि तो क्या हमें इसके लिए सजा मिली? क्या इसी वजह से हमारे खिलाफ फैसले सुनाए जाते हैं? (भाषा)