वॉशिंगटन। नासा ने बताया कि सूर्य से गुरुवार को उच्च तीव्रता वाले प्रकाश की 2 किरणें निकलीं, जो दिसंबर 2008 में इस सौर चक्र की शुरुआत के बाद से दूसरी सबसे चमकीली प्रकाश की किरणें (सोलर फ्लेयर्स) हैं।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी की सोलर डायनामिक्स ऑब्जर्वेटरी ने इन किरणों का पता लगाया है, जो पृथ्वी के ऊपरी वायुमंडल में जाकर संचार उपग्रहों, जीपीएस और पॉवर ग्रिड में बाधा पहुंचा सकती हैं। सूर्य की सतह के समीप अचानक फैले प्रकाश को सोलर फ्लेयर कहते हैं।
स्पेस वेदर प्रिडिक्शन सेंटर (एसडब्ल्यूपीसी) के अनुसार इन किरणों ने पृथ्वी के जिस हिस्से पर सूर्य का प्रकाश पड़ रहा है वहां 1 घंटे के लिए उच्च आवृत्ति के रेडियो संचार को बाधित किया तथा नेविगेशन में इस्तेमाल किए जाने वाले निम्न आवृत्ति के संचार को भी बाधित किया।
दोनों संचार बाधाएं सूर्य के सक्रिय क्षेत्र में हुईं, जहां 4 सितंबर को औसत तीव्रता का उद्भेदन हुआ। दिसंबर 2008 में शुरू सूर्य के मौजूदा चक्र में सौर गतिविधि की तीव्रता में तेजी से कमी देखी गई जिससे 'सोलर मिनिमम' का रास्ता खुला। सूर्य के 11 साल के सौर चक्र में सबसे कम सौर गतिविधि को सोलर गतिविधि कहते हैं।
सौर चक्र औसत 11 साल का होता है। सक्रिय चरण के अंत में ये उद्भेदन दुर्लभ लेकिन शक्तिशाली होते हैं। (भाषा)