वॉशिंगटन। अलकायदा प्रमुख एमन अल जवाहिरी ने सोमवार को कहा कि इसराइली दूतावास को यरुशलम ले जाने के अमेरिका के फैसले से स्पष्ट है कि बातचीत और प्रसन्न रखने की फलस्तीन की नीति असफल रही है। आतंकवादी संगठन के प्रमुख ने अमेरिका के इस कदम की पृष्ठभूमि में मुसलमानों से अमेरिका के खिलाफ जिहाद करने की अपील की है।
'तेल अवीव भी मुसलमानों की जमीन है', शीर्षक वाले पांच मिनट के वीडियो में अल जवाहिरी ने फलस्तीनी शासन को 'फलस्तीन को बेचने' वाला बताते हुए अपने अनुयायियों से हथियार उठाने की अपील की है। गौरतलब है कि 2011 में ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद मिस्र के इस डॉक्टर ने दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादी संगठन के प्रमुख का पद संभाला।
निगरानी एजेंसी एसआईटीई की ओर से जारी ‘ट्रांसक्रिप्ट’ के मुताबिक, जवाहिरी ने कहा है, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 'बिलकुल स्पष्ट है' और उसने ‘क्रूसेड’ (धर्मयुद्ध) के आधुनिक चेहरे को उजागर किया है।
अल जवाहिरी ने कहा कि इस्लामी देश मुसलमानों के हितों में काम करने में असफल रहे हैं। शरिया पर चलने के बजाए उन्होंने अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र का हाथ पकड़ लिया है, जो इसराइल को मान्यता देते हैं। उसने कहा है कि ओसामा ने अमेरिका को मुसलमानों का पहला दुश्मन घोषित किया था। (वार्ता)