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Ukraine Crisis: जितनी जल्दी हो यूक्रेन छोड़ दें भारतीय छात्र, दूतावास ने जारी की एडवाइजरी

हमें फॉलो करें Ukraine Crisis: जितनी जल्दी हो यूक्रेन छोड़ दें भारतीय छात्र, दूतावास ने जारी की एडवाइजरी
, रविवार, 20 फ़रवरी 2022 (17:40 IST)
यूक्रेन और रूस में जारी तनाव के बीच भारत ने अपने छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी कर उन्हें देश छोड़ने को कहा है। भारत ने रविवार को यूक्रेन में रह रहे अपने छात्रों-नागरिकों से क्षेत्र में उत्पन्न स्थिति के संबंध में और अनिश्चितता को देखते हुए संकटग्रस्त यूक्रेन को अस्थायी रूप से छोड़ने के लिए कहा।

यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने ट्विटर पर लिखा, “सभी भारतीय नागरिक जिनका रुकना आवश्यक नहीं समझा जाता है और सभी भारतीय छात्रों को अस्थायी रूप से यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी जाती है।

एक व्यवस्थित और समय पर उड़ान भरने के लिए उपलब्ध कॉमर्शियल उड़ानों और चार्टर उड़ानों का इस्तेमाल यात्रा के लिए किया जा सकता है।"

भारतीय दूतावास ने कहा कि स्टूडेंट्स को सलाह दी जाती है कि वे चार्टर्ड फ्लाइट के अपने कॉन्ट्रैक्टर से लगातार संपर्क में रहें। साथ ही दूतावास के फेसबुक, वेबसाइट और ट्वीटर पर अपडेट के लिए बने रहे। गौरतलब है कि यूक्रेन में करीब 18 हजार भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें से ज्यादातर वहां मेडिकल की पढ़ाने करने गए छात्र हैं।

इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। अगर किसी को भी यूक्रेन में अपने परिजनों को लेकर कुछ मदद या जानकारी चाहिए तो वो हेल्पलाइन नंबर 011-23012113, 011-23014104 और 011-23017905 पर कॉल कर सकते हैं. इसके अलावा टोल फ्री नंबर 1800118797 पर भी कॉल किया जा सकता है।

यूक्रेन में रह रहे भारतीय जिन्हें सूचना और सहायता की आवश्यकता है, वे विदेश मंत्रालय से भी संपर्क कर सकते हैं, जिसने एक समर्पित नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। इस हफ्ते की शुरुआत में लोगों को फ्लाइट का टिकट नहीं मिलने की खबरें आई थीं। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने 24 घंटे की हेल्पलाइन शुरू की है।

एयर इंडिया, जिसे हाल ही में सरकार द्वारा टाटा समूह को बेचा गया था, 22, 24 और 26 फरवरी को यूक्रेन के लिए तीन विशेष विमान उड़ाएगी। उड़ानें यूक्रेन के सबसे बड़े बॉरिस्पिल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए जाएंगी और वहीं से आएंगी।

इस बीच पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन पर आसन्न रूसी आक्रमण और एक विनाशकारी यूरोपीय युद्ध को रोकने के लिए अंतिम राजनयिक प्रयास जारी है। 
 

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