Mamata Banerjee on World Cup 2023 : भारत को वर्ल्ड कप में हार मिली, लेकिन राजनीति अभी भी जारी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने दावा किया कि अगर क्रिकेट विश्व कप का फाइनल मैच कोलकाता या मुंबई में खेला जाता तो भारत जीत जाता। उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का भगवाकरण करने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
बनर्जी ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि भारतीय टीम ने इतना अच्छा खेला कि उन्होंने विश्व कप में सभी मैच जीते, सिवाय उस मैच को छोड़कर जिसमें पापी लोगों ने भाग लिया था।
कोलकाता में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ने आरोप लगाया।
उन्होंने (भाजपा) भगवा जर्सी पेश करके टीम का भगवाकरण करने की भी कोशिश की। खिलाड़ियों ने विरोध किया और परिणामस्वरूप, उन्हें मैचों के दौरान वह जर्सी नहीं पहननी पड़ी।
बनर्जी ने कहा कि वे पूरे देश को भगवा रंग में रंगने की कोशिश कर रहे हैं। हमें अपने भारतीय खिलाड़ियों पर गर्व है और मेरा मानना है कि अगर फाइनल मैच कोलकाता या वानखेड़े (मुंबई) में होता तो हम क्रिकेट विश्व कप जीत जाते।
भारत टूर्नामेंट में लगातार 10 जीत के बाद अहमदाबाद में आयोजित फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से हार गया था।
भाजपा पर अपना हमला जारी रखते हुए बनर्जी ने कहा कि पापी लोग जहां भी जाते हैं, अपने पाप साथ लेकर जाते हैं।
उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि भारतीय टीम ने इतना अच्छा खेला कि उन्होंने विश्व कप में सभी मैच जीते, सिवाय उस मैच को छोड़कर जिसमें पापी लोगों ने भाग लिया था।
टीएमसी प्रमुख ने कहा कि भगवा रंग संतों और बलिदान देने वालों के लिए है, लेकिन उनके लिए नहीं जो लालची हैं।
बनर्जी की टिप्पणी पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आरोपों को उनकी मानसिकता का प्रतिबिंब करार दिया।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि कुछ दिनों के बाद वह सवाल कर सकती हैं कि हमारे राष्ट्रीय ध्वज में भगवा रंग क्यों है। ऐसी टिप्पणियां केवल टीएमसी नेतृत्व की मानसिकता को दर्शाती हैं। हम ऐसी टिप्पणियों की निंदा करते हैं।
इससे पहले, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राजस्थान में एक चुनावी भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ पनौती शब्द का इस्तेमाल किया था क्योंकि वह विश्व कप फाइनल मैच देखने पहुंचे थे।
भाजपा ने गांधी की इस टिप्पणी के लिए निर्वाचन आयोग से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इनपुट भाषा